आंध्र प्रदेश में छिड़ा सियासी संग्राम
Jagan Mohan Reddy on Election Dispute: आंध्र प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर पूर्व सीएम जगन मोहन रेड्डी ने गरमाहट लाने वाला बयान दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और वाईएसआरसीपी प्रमुख जगन मोहन रेड्डी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि मौजूदा सीएम चंद्रबाबू नायडू, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी के जरिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संपर्क में हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि राहुल गांधी वोट चोरी के मुद्दे पर देशभर में आवाज बुलंद कर रहे हैं, लेकिन आंध्र प्रदेश में हुए चुनावी अनियमितताओं पर उनकी चुप्पी क्यों बनी हुई हैं।
जगन मोहन रेड्डी का बयान ऐसे समय आया है जब राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की तमाम तरह की खामियों को लोगों के सामने उजागर किया था और इसमें आयोग की गलतियों को जनता के सामने रखा था। वहीं रेड्डी ने अपने राज्य में हुई चुनावी अनियमितताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने दावा किया कि आंध्र प्रदेश में घोषित परिणामों और मतगणना दिवस के नतीजों में 12.5 प्रतिशत वोटों का अंतर था। रेड्डी के अनुसार, यह एक गंभीर मामला है जिस पर राहुल गांधी का चुप रहना संदेह पैदा करता है।
#WATCH | Amaravati, Andhra Pradesh: YSRCP chief YS Jagan Mohan Reddy says, “…Chandrababu Naidu is in touch with Rahul Gandhi through Revanth Reddy on a hotline.”
He also says, “When Rahul Gandhi talks about vote-chori, why does he not make a statement on Andhra, where the… pic.twitter.com/amysMjKT6Q
— ANI (@ANI) August 13, 2025
जगन मोहन रेड्डी ने कहा, जब राहुल गांधी वोट चोरी की बात करते हैं तो वे आंध्र प्रदेश का नाम क्यों नहीं लेते? यहां भी नतीजों में बड़ा अंतर रहा। क्या यह लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान नहीं? वे अरविंद केजरीवाल के बारे में क्यों नहीं बोलते, जो विधायक चुनाव हार गए? उनकी चुप्पी की वजह साफ है चंद्रबाबू नायडू, रेवंत रेड्डी के जरिए हॉटलाइन पर राहुल गांधी के संपर्क में हैं। उन्होंने तंज करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्ति पर क्या टिप्पणी करें जो अपने काम के प्रति ईमानदार ही न हो।
जगन का यह बयान तब आया है जब 3500 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में आंध्र प्रदेश पुलिस ने आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें उनका नाम भी शामिल है। इस कारण विरोधी दलों ने उनके आरोपों को राजनीतिक हथियार करार दिया है। वहीं, वाईएसआरसीपी समर्थकों का कहना है कि जगन सिर्फ राज्य में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी विपक्षी राजनीति की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
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वहीं राज्य के राजनीतिक जानकारों का मानना हैं कि यह बयान आने वाले महीनों में आंध्र और तेलंगाना की राजनीति को और जटिल बना सकता है। कांग्रेस और तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के बीच संभावित समीकरणों पर भी निगाहें बनी हुई हैं। जगन मोहन रेड्डी के इस दावे ने जहां भाजपा खेमे में चर्चा तेज कर दी है, वहीं कांग्रेस ने अभी तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।