अहमदाबाद प्लेन क्रैश (फोटो-सोशल मीडिया)
नई दिल्लीः भारतीय पायलटों के संस्थान फेडरेशन ऑफ पायलट्स (FIP) ने ब्रिटिश न्यूज कंपनी रॉयटर्स और अमेरिकी न्यूज कंपनी द वॉल स्ट्रीट जर्नल को लीगल नोटिस भेजा है। हादसे की जांच कर रही AAIB का कहना है कि विदेशी मीडिया अहमदाबाद में एयर इंडिया के प्लेन क्रैश पर पर झूठी व अपमानजनक खबरें चलाई हैं। पायलट्स फेडरेशन ने इन खबरों को तुरंत हटाने व माफी की डिमांड की है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक यह पूरा विवाद 12 जून के अहमदाबाद प्लेन क्रैश से जुड़ा हुआ है। इसमें बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के दोनों फ्यूल स्विच अचानक बंद हो गए थे। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित प्लेन में सवार 241 यात्री व 34 अन्य मारे गए थे।
हादसे की जांच भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) कर रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि प्लेन के उड़ान भरने से ठीक पहले विमान के कॉकपिट में दोनों फ्यूल स्विच बंद हो गए थे। कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चला कि एक पायलट पूछता है कि फ्यूल क्यों बंद किया गया, इस पर दूसरा पायलट कहता है मैनें तो नहीं बंद किया। हालांकि इस जांच रिपोर्ट में कन्फर्म नहीं हुआ है कि किसने फ्यूल स्विच बंद किया या इसके लिए कौन जिम्मेदार है। इसके बावजूद भी वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से एक खबर पब्लिश की, जिसमें बताया गया कि पायलट ने जानबूझकर फ्यूल स्विच बंद किया। ऐसी खबर ब्रिटिश न्यूज कंपनी रॉयटर्स ने भी छापी है, जिसमें हादसे का दोष कैप्टन पर मढ़ा गया।
पायलट्स फेडरेशन के अध्यक्ष कैप्टन सीएस रंधावा ने न्यूज रिपोर्ट पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि AAIB की रिपोर्ट में कहीं नहीं लिखा गया है कि पायलट की गलती से फ्यूल स्विच बंद हुए। दोनों मीडिया हाउसेज ने ठीक से जांच रिपोर्ट नहीं पढ़ी है। हम उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे। पायलट्स फेडरेशन ने दोनों कंपनियों से गलती सुधारने और माफी मांगने की डिमांड की है।
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हादसे की जांच कर रही AAIB ने विदेशी मीडिया से पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनशीलता बरतने को कहा है। ब्यूरो ने कहा कि अभी जांच शुरुआती चरण में है। अभी किसी भी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। वहीं अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) ने चेयरवुमन जेनिफर होमेंडी ने कहा कि एयर इंडिया के हादसे पर मीडिया खबरें समय से पहले और अटकलबाजी भरी हैं।