भारतीय वायुसेना का विमान (सोर्स- सोशल मीडिया)
Nepal Violence: हिंसा की आग में जल रहे नेपाल के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सोमवार को शुरू हुए विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया। बेकाबू प्रदर्शनकारियों ने काठमांडू में आग लगा दी। जेन-जेड प्रदर्शनकारियों ने सड़क से लेकर सदन तक को आग के हवाले कर दिया है।
आपको बता दें कि नेपाल में बढ़ती हिंसा और अशांति के बीच काठमांडू हवाई अड्डे को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है। हालांकि, यह तय नहीं है कि मंगलवार को बंद हुआ यह हवाई अड्डा फिर से खुलेगा या नहीं। अब मोदी सरकार ने नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है।
काठमांडू हवाई अड्डा कार्यालय ने जानकारी देते हुए बताया है कि प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण इसे अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया है। इस फैसले के बाद, कई भारतीय नागरिकों सहित सैकड़ों यात्री हवाई अड्डे पर फंसे हुए हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भारत सरकार ने बड़ा कदम उठाया है।
केंद्र की मोदी सरकार ने नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, फंसे हुए भारतीय नागरिकों को सुरक्षित दिल्ली लाने के लिए भारतीय वायु सेना (IAF) के दो विशेष विमान काठमांडू भेजे जाएंगे।
काठमांडू हवाई अड्डे पर फंसे भारतीय नागरिकों को दिल्ली लाया जाएगा। भारत सरकार ने नेपाल में मौजूद अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए सतर्कता बढ़ा दी है और स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने भी नेपाल के जनरेशन-जेड प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
नेपाल में बिगड़ते हालात को देखते हुए, भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे भारतीय नागरिकों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर (+977-9808602881) जारी किया है। दूतावास ने भारतीय समुदाय से किसी भी आपात स्थिति में इस नंबर पर संपर्क करने की अपील की है। त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अनिश्चितकालीन बंद होने के बाद, एयर इंडिया और स्पाइसजेट ने भी काठमांडू आने-जाने वाली अपनी उड़ानें रद्द कर दी हैं।
यह भी पढ़ें: नेपाल के नक्शे कदम पर फ्रांस…सड़कों उतरे लाखों लोग, खतरे में इमैनुएल मैक्रों का सिहांसन!
नेपाल में जनरेशन-जेड आंदोलन के हिंसक होने के बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया। प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति सहित शीर्ष नेता अपने पदों से इस्तीफा देकर अंडर-ग्राउंड हो गए हैं। युवाओं के व्यापक विद्रोह के चलते वहां की सरकार गिर गई है, और सेना ने देश की कमान अपने हाथों में ले ली है।