दिल्ली में पानी में डूबी सड़क से गाड़ी निकालता युवक (सोर्स: सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, महाराष्ट्र समेत देश के कई राज्यों में भारी बारिश का दौर जारी है। पूर्वोत्तर के कई राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं। पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बारिश ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। दिल्ली में बुधवार रात हुई भारी बारिश के कारण यात्रियों और कार्यालय जाने वाले लोगों को जलभराव और यातायात जाम की समस्या से जूझना पड़ा।
आईटीओ से लेकर ओल्ड रोहतक रोड, दिल्ली-जयपुर राजमार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग-8) और मधुबन चौक पर घंटों यातायात जाम रहा। दिल्ली में अतिरिक्त पानी की निकासी और वाहनों के आवागमन को नियंत्रित करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। शादीपुर इलाके में दोपहर तक जाम की स्थिति रही। नांगलोई से नजफगढ़ की ओर जाने वाला यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
दिल्ली यातायात पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में जनता को सूचित किया कि जलभराव, गड्ढों और लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क/सीवर की मरम्मत के कारण रोहतक रोड पर नांगलोई से मुंडका की ओर तथा मुंडका से नांगलोई की ओर दोनों तरफ ट्रैफिक प्रभावित हुआ है।
दिल्ली को राजधानी के लायक़ बनाया कॉंग्रेस सरकार ने उस के बाद अब तक सारी सरकारें दिल्ली को डुबाने ही में लगी हैं नतीजे आप के सामने हैं #डूबती_दिल्ली @INCDelhi @RahulSharmaINC @devendrayadvinc pic.twitter.com/kv7iyUehSN
— S Fouzul Azeem ‘Arshi’ (@SFAzeem_INC) July 10, 2025
धौला कुआं, रजोकरी और महिपालपुर के निकट कई किलोमीटर तक वाहन रेंगते नजर आए। मार्ग नंबर 40 पर स्थित जखीरा रेलवे अंडरपास पर भारी जलभराव के कारण मार्ग बदलना पड़ा। यातायात पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा कि शास्त्री नगर-केडी चौक से यातायात को चौधरी नाहर सिंह मार्ग की ओर मोड़ दिया गया है।
जखीरा पर जाम में फंसे एक यात्री ने बताया कि एक किलोमीटर का रास्ता पार करने में ही लोगों को 30 मिनट से ज्यादा समय लग गया। हालात बेहद खराब हैं। सराय काले खां, एम्स और सफदरजंग अस्पताल की ओर जाने वाली सड़क और आश्रम क्षेत्र समेत दक्षिणी दिल्ली के कुछ हिस्सों में भी यातायात जाम की स्थिति बनी रही।
हिमाचल प्रदेश में पिछले कुछ दिनों में हुई भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन के मंडी-धरमपुर खंड समेत 245 सड़कें अवरुद्ध हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग-तीन पंजाब के अटारी को लद्दाख के लेह से जोड़ता है।
अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में कुल 85 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 54 की मौत बारिश से संबंधित घटनाओं में, 31 की मौत सड़क दुर्घटनाओं में हुई। उन्होंने बताया कि 129 घायल हुए हैं, जबकि 34 लोग अब भी लापता हैं।
हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। मनाली में 46 मिलीमीटर, जुब्बड़हट्टी में 44.2 मिलीमीटर, नगरोटा सूरियां में 42.4 मिलीमीटर, पांवटा साहिब में 38.4 मिलीमीटर, सुजानपुर टिहरा में 37.5 मिलीमीटर, जटोन बैराज में 34.6 मिलीमीटर, नाहन में 34.1 मिलीमीटर और गुलेर में 32.8 मिलीमीटर बारिश हुई।
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जम्मू कश्मीर में पुंछ जिले के एक पर्वतीय क्षेत्र में गुरुवार को बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद एक लड़की की मौत हो गई। यह घटना मेंढर तहसील के चाक बोनाला इलाके में हुई। अधिकारियों ने बताया कि मृतका की पहचान 12 वर्षीय आफिया कौसर के रूप में हुई है।