प्रतीकात्म फोटो (सोर्स - सोशल मीडिया)
गुवाहाटी: असम में पत्रकारिता की आजादी पर सवाल उठाने वाली एक बड़ी घटना सामने आई है। गुवाहाटी स्थित असम कोऑपरेटिव एपेक्स बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक से कथित वित्तीय अनियमितताओं को लेकर सवाल पूछना एक पत्रकार को महंगा पड़ गया। द क्रॉस करंट के मुख्य संवाददाता दिलवर हुसैन मोजुमदार को विरोध प्रदर्शन के दौरान बैंक एमडी से सवाल करने पर पुलिस ने हिरासत में लिया और नौ घंटे से अधिक समय तक रखने के बाद आधी रात के बाद गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के खिलाफ कई मीडिया संगठनों ने निंदा करते हुए विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। विपक्षी दलों ने भी पत्रकार की तत्काल रिहाई की मांग की है।
घटना उस समय हुई जब असम जातीय परिषद की युवा शाखा जातीय युवा शक्ति ने मंगलवार को बैंक के सामने धरना दिया था। इस दौरान मोजुमदार ने बैंक एमडी से पूछताछ की। इसके बाद उन्हें पानबाजार पुलिस स्टेशन बुलाया गया और विभिन्न धाराओं में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, मोजुमदार पर अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति का अपमान करने का आरोप है। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तारी इसलिए की गई ताकि गवाहों को प्रभावित करने और साक्ष्य से छेड़छाड़ को रोका जा सके।
दिलचस्प बात यह है कि पत्रकार द्वारा दी गई शिकायत अब तक दर्ज नहीं की गई है। मोजुमदार ने अपनी शिकायत में कहा था कि एमडी के चैंबर के अंदर विरोध की रिकॉर्डिंग हटवा दी गई और प्रदर्शन बंद कराने का दबाव बनाया गया। इसके बावजूद, उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया गया है।
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कांग्रेस, रायजोर दल और असम जातीय परिषद समेत कई राजनीतिक दलों ने पत्रकार की गिरफ्तारी का विरोध किया है। साथ ही, मीडिया संगठनों ने इसे प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बताते हुए जल्द से जल्द रिहाई की मांग की है।