
गोवा आग हादसे के आरोपी लुथरा ब्रदर्स, फोटो (सो. सोशल मीडिया)
Goa Night Club Fire: गोवा में हुए भीषण नाइट क्लब अग्निकांड मामले में जांच अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचती दिख रही है। इस मामले के मुख्य आरोपी और नाइट क्लब के सह-मालिक सौरभ लुथरा और गौरव लुथरा मंगलवार सुबह नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचेंगे। गोवा पुलिस पहले से ही दिल्ली में मौजूद रहेगी और एयरपोर्ट से ही दोनों आरोपियों को अपनी कस्टडी में ले लेगी।
जानकारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों को मंगलवार को ही दिल्ली की एक अदालत में पेश किया जाएगा। इस पेशी का मुख्य उद्देश्य कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड हासिल करना है। ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद गोवा पुलिस को कानूनी रूप से यह अधिकार मिल जाएगा कि वह दोनों आरोपियों को दिल्ली के अधिकार क्षेत्र से बाहर ले जा सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह प्रक्रिया जांच के लिए बेहद अहम है।
गोवा पुलिस ने साफ किया है कि वह थाईलैंड नहीं गई थी बल्कि आरोपियों को वहीं से भारत लाया जा रहा है। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद गोवा पुलिस यहीं से आगे की कार्रवाई करेगी। ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद लुथरा ब्रदर्स को गोवा ले जाया जाएगा, जहां उनसे नाइट क्लब अग्निकांड से जुड़े तमाम पहलुओं पर विस्तृत पूछताछ की जाएगी।
जांच एजेंसियां आरोपियों को घटनास्थल पर भी ले जाने की तैयारी कर रही हैं ताकि आग लगने के कारणों और सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सटीक जानकारी जुटाई जा सके।
यह मामला 6 दिसंबर 2025 की रात का है जब उत्तरी गोवा के आरपोरा गांव में स्थित नाइट क्लब ‘बर्च बाय रोमियो लेन‘ में भीषण आग लग गई थी। शुरुआती जांच में सामने आया कि नाइट क्लब की लकड़ी की छत में आग लगी जो देखते ही देखते पूरे परिसर में फैल गई। आग इतनी भयावह थी कि क्लब के भीतर मौजूद लोग बाहर निकलने का रास्ता तक नहीं ढूंढ पाए। इस दर्दनाक हादसे में पर्यटकों और कर्मचारियों समेत कुल 25 लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।
यह भी पढ़ें:- बीजेपी मुख्यालय पहुंचे नए कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन, अमित शाह और जेपी नेड्डा ने किया स्वागत
हादसे की सूचना मिलते ही लुथरा ब्रदर्स पर शक गहराने लगा। आरोप है कि आग की खबर मिलते ही दोनों भाई तड़के सुबह दिल्ली से थाईलैंड के लिए रवाना हो गए थे और वहां छिपने की कोशिश की। अब उन्हें थाईलैंड से नई दिल्ली लाया जा रहा है। गोवा पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद आग लगने की असली वजह, सुरक्षा मानकों की अनदेखी और जिम्मेदार लोगों की भूमिका पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।






