शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (सोर्स: एएनआई)
नवभारत डेस्क: शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी आज यानी 19 नवंबर को अपना 55वां जन्मदिन मना रही हैं। कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत करने वाली प्रियंका चतुर्वेदी ने साल 2019 में शिवसेना ज्वाइन कर ली। प्रियंका चतुर्वेदी का जन्म 19 नवंबर 1979 को हुआ। उनका परिवार उत्तर प्रदेश के मथुरा का रहने वाला है लेकिन प्रियंका का पालन पोषण मुंबई में हुआ।
प्रियंका चतुर्वेदी महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद और शिवसेना (यूबीटी) की उपनेता हैं। इससे पहले, वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की सदस्य और राष्ट्रीय प्रवक्ता थीं। वे अपनी तेज तर्रारा छवि के लिए भी जानी जाती है। प्रियंका ने तहलका, डेली न्यूज एंड एनालिसिस और फ़र्स्टपोस्ट में स्तंभकार भी रही हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने दो गैर सरकारी संगठनों की ट्रस्टी के रूप में बच्चों की शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए काम किया। वह एक पुस्तक समीक्षा ब्लॉग भी चलाती हैं, जो भारत में पुस्तकों पर शीर्ष दस वेबलॉग में से एक है।
सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जोसेफ हाई स्कूल, जुहू से की और 1999 में नरसी मोनजी कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स, विले पार्ले से कॉमर्स में ग्रैजुएशन किया। उनकी शादी 19 नवंबर 1999 से विक्रम चतुर्वेदी से हुई है और उनके दो बच्चे हैं।
प्रियंका चतुर्वेदी ने 2010 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत की। 2012 में उत्तर-पश्चिम मुंबई से भारतीय युवा कांग्रेस के महासचिव बनी। चतुर्वेदी की सोशल मीडिया पर अच्छी खासी पकड़ है और उन्हें ट्विटर पर विपक्षी कांग्रेस पार्टी की नीतियों का बचाव करने के लिए जाना जाता है।
17 अप्रैल 2019 को उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स (पुराना नाम ट्विटर) पर यूपीसीसी द्वारा कुछ पार्टी कार्यकर्ताओं को बहाल करने के बारे में अपनी निराशा व्यक्त करने के लिए पोस्ट किया, जिन्हें पहले उनके साथ अभद्र व्यवहार के लिए निलंबित कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और शिवसेना में शामिल हो गईं।
19 अप्रैल 2019 को चतुर्वेदी उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना में शामिल हुईं। 2022 में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में हुई बगावत के बाद प्रियंका चतुर्वेदी शिवसेना के उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) में शामिल हो गई।