इंडोनेशिया की सैन्य टुकड़ी और बैंड
नई दिल्ली : आज यानी रविवार 26 जनवरी को इंडोनेशिया के एक मार्चिंग दल और बैंड ने अपने अनुशासन और राष्ट्रीय गौरव का प्रदर्शन करते हुए यहां कर्तव्य पथ पर 76वें गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बना। देखा जाए तो यह पहली बार है कि भारत के गणतंत्र दिवस पर इंडोनेशिया का कोई दस्ता परेड में शामिल हुआ।
यह भी पहली बार रहा कि एक इंडोनेशियाई सैन्य बैंड और एक सैन्य दल ने विदेश में किसी परेड में भाग लिया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो पारंपरिक बग्गी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ कार्तव्य पथ पर पहुंचे।
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#WATCH | Delhi: The Genderang Suling Canka Lokananta, a 190-member ensemble band from the Indonesian Military Academy (Akmil) and Marching Contingent, comprising 152 personnel from all branches of the Indonesian National Armed Forces (TNI) on Kartavya Path on 76th #RepublicDay🇮🇳… pic.twitter.com/vbyaGgVgTH — ANI (@ANI) January 26, 2025
वहीं राष्ट्रपति मुर्मू और सुबियांतों दोनों के परेड समारोह में पहुंचते ही दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ उनका जोरदेर स्वागत किया। वहीं राष्ट्रपति मुर्मू और सुबियांतो ने भी नमस्ते की मुद्रा में उनका अभिवादन स्वीकार किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनकी अगवानी की। सुबियांतो से वह गले भी मिले और कुछ देर दोनों को बात करते हुए देखा गया।
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#WATCH | 76th #RepublicDay🇮🇳 | The next on display on Kartavya Path is the Pralay Weapon System, Indigenously developed by RCI, DRDO, followed by Assam Rifles Marching Contingent, followed by Assam Rifles Band on the Kartavya Path, during the Republic Day Parade. (Source: DD… pic.twitter.com/OpIw75JiJC — ANI (@ANI) January 26, 2025
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जानकारी दें कि वह भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने वाले चौथे इंडोनेशियाई राष्ट्रपति हैं। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। इंडोनेशियाई राष्ट्रीय सशस्त्र बल (टीएनआई) के 152 कर्मियों की मार्चिंग टुकड़ी ने परेड के दौरान बेहतरीन अंदाज में मार्च किया और लोगों की खूब तालियां बटोरीं। इस टुकड़ी में सशस्त्र बलों की सभी शाखाओं-सेना, नौसेना और वायु सेना-के कर्मी शामिल थे। दल ने ‘‘भिन्नेका तुंगगल इका” (विविधता में एकता) की भावना का प्रतिनिधित्व किया।
(एजेंसी इनपुट के साथ)