वोट चोरी के आरोपो पर चुनाव आोयग की प्रेस वार्ता (फोटो- सोशल मीडिया)
Chief Election Commissioner Gyanesh Kumar: चुनाव आयोग की तरफ से रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बिहार में हुई स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन की प्रक्रिया पर उठाए गए सवालों और ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने जवाब दिए। बिहार में मतदाता सूची की समीक्षा के दौरान ‘वोट चोरी’ के आरोपों व CCTV फुटेज मांगने के मुद्दे पर मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया कि किसी भी हालत में मतदाताओं की निजता भंग नहीं की जाएगी। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए राहुल गांधी पर हमला करते हुए वोट चोरी के आरोप को निराधार बताया। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि जब सात करोड़ से ज्यादा बिहार के वोटर आयोग के साथ हैं, तो लोकतंत्र की नींव हिलाने की कोई कोशिश असर नहीं करेगी।
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग की तरफ से सबके लिए दरवाजे खुले हैं। बिहार में हो रहे SIR (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन) की प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हो रही है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, “हमने कुछ दिन पहले देखा कि कई मतदाताओं की तस्वीरें बिना उनकी अनुमति के मीडिया के सामने पेश की गईं। उन पर आरोप लगाए गए, उनका इस्तेमाल किया गया। क्या चुनाव आयोग को किसी भी मतदाता, चाहे वह उनकी मां हो, बहू हो, बेटी हो, का सीसीटीवी वीडियो साझा करना चाहिए? जिनके नाम मतदाता सूची में हैं, वे ही अपने उम्मीदवार को चुनने के लिए वोट डालते हैं। उन्होंने चुनौती दी कि कोई भी पक्ष अगर वोट डुप्लीकेशन या धांधली का आरोप लगाए, तो सबूत के साथ आए, बिना प्रमाण के जनता को गुमराह ना करे।
#WATCH | दिल्ली: भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा, “हमने कुछ दिन पहले देखा कि कई मतदाताओं की तस्वीरें बिना उनकी अनुमति के मीडिया के सामने पेश की गईं। उन पर आरोप लगाए गए, उनका इस्तेमाल किया गया। क्या चुनाव आयोग को किसी भी मतदाता, चाहे वह उनकी मां हो, बहू हो, बेटी… pic.twitter.com/hRm6ueo8CG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 17, 2025
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ने वोट चोरी के आरोपों पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सिर्फ भारतीय नागरिक ही वोट बना सकते हैं, किसी भी फर्जी नाम के वोटर को SIR में जांचने की प्रक्रिया 30 सितंबर तक चलेगी। चुनाव आयोग ने साफ कर दिया कि बिना ठोस सबूत के किसी भी पात्र मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटेगा। ज्ञानेश कुमार ने कहा कि चुनाव आयोग के एक करोड़ से ज्यादा कर्मचारी, 10 लाख से ज्यादा बूथ लेवल एजेंट, उम्मीदवारों के 20 लाख से ज्यादा पोलिंग एजेंट काम करते हैं एजेंट्स, पोलिंग स्टाफ की संख्या पर ज़ोर देते हुए बताया कि एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत छिपकर कोई वोट नहीं चुरा सकता।
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चुनाव आयोग ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया विश्वसनीय और पारदर्शी है। आयोग के अनुसार, अगर कोई वोटर दो बार वोट डालने का आरोप लगाता है, तो उसे हलफनामा देना होगा या देश से माफी मांगनी होगी। चुनाव आयोग चुनाव कर्मचारियों, बूथ एजेंट, पोलिंग एजेंट व मतदाताओं के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्ञानेश कुमार ने राहुल गांधी के आरोपों को गलत ठहराते हुए कहा कि आयोग निडर और निष्पक्ष है, सभी धर्म, वर्ग, आयु और लिंग के मतदाताओं की इज्जत करता है।