प्रतीकात्मक तस्वीर (डिजाइन फोटो)
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भारत के पसंदीदा बायो टॉयलेट किये जाएंगे फिट
अधिकारी ने बताया देश की जलवायु, विशेष रूप से उच्च तापमान और धूल से निपटने के लिए बुलेट ट्रेनों की आवश्यकताओं पर जोर दिया जा रहा है। बुलेट ट्रेनों में जापानी एयर कंडीशनिंग सिस्टम 40 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। भारत में उन्हें 50 डिग्री सेल्सियस तक कुशलतापूर्वक काम करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, भारतीय बाजार पर विचार करते समय लागत पर विचार करना भी महत्वपूर्ण है। कंसोर्टियम को स्थानीय जरूरतों के अनुरूप ढालते हुए लागत कम करने के तरीके खोजने के लिए कहा गया है। ऐसे ही एक बदलाव में जापान की उच्च-स्तरीय तकनीकी शौचालय प्रणालियों को भारत के पसंदीदा बायो टॉयलेट से बदलना शामिल है। इसके अलावा, स्थानीय आबादी की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी निर्देशात्मक दस्तावेज अंग्रेजी सहित स्थानीय भाषाओं में शामिल किए जाएंगे।
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18 बुलेट ट्रेन खरीदने की योजना
जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जाइका) द्वारा निर्धारित लोन की शर्तों के अनुसार, केवल हिताची और कावासाकी जैसे जापानी निर्माता ही इस प्रोजेक्ट के लिए बोली लगा सकते थे। नेशनल हाई-स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) 18 बुलेट ट्रेन खरीदने की योजना बना रही है, जिसमें जापान की E5 शिंकानसेन तकनीक है, जिसे 320 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से चलने के लिए डिज़ाइन किया गया है। भारत और जापान के बीच यह सहयोगात्मक प्रयास भारत में हाई-स्पीड रेल टेक्नोलॉजी की प्रगति में एक माइलस्टोन है। यह प्रोजेक्ट भारत में परिवहन ट्रांसपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर को नए मानक के रूप में स्थापित करने का आश्वासन देता है।
संक्षिप्त जानकारी
E5 शिंकानसेन तकनीक से होगी सुसज्जित
320 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलेगी ट्रेन
कुल लम्बाई – 508 किमी
कुल स्टेशन – 8
महाराष्ट्र – 4