बिहार विधानसभा चुनाव 2025, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Benipur Assembly Constituency: बिहार के दरभंगा जिले की बेनीपुर विधानसभा सीट आगामी चुनाव में एक बार फिर राजनीतिक दलों के लिए रणनीतिक चुनौती बनकर उभर रही है। मिथिलांचल की सांस्कृतिक और सामाजिक पहचान रखने वाला यह क्षेत्र राजनीतिक रूप से भी निर्णायक भूमिका निभाता है।
बेनीपुर विधानसभा सीट 1967 में अस्तित्व में आई थी, लेकिन शुरुआती तीन चुनावों के बाद इसे समाप्त कर दिया गया। 2008 में परिसीमन आयोग की सिफारिश पर इसे पुनः बहाल किया गया। अब तक यहां छह विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। बेनीपुर, बहेरी और बिरौल प्रखंड इस क्षेत्र का हिस्सा हैं और यह दरभंगा लोकसभा क्षेत्र में आता है।
भौगोलिक रूप से बेनीपुर अर्ध-शहरी क्षेत्र है, जहां छोटे कस्बों और ग्रामीण बस्तियों का मिश्रण मिलता है। यह दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर और रोसड़ा जैसे प्रमुख शहरों से सड़क और रेल मार्ग से जुड़ा हुआ है। उपजाऊ भूमि के कारण यहां धान, गेहूं, मक्का और दालों की खेती होती है, लेकिन उद्योगों की कमी के कारण युवाओं का प्रवास लगातार बढ़ रहा है।
बेनीपुर की राजनीति में ब्राह्मण समुदाय का प्रभाव लंबे समय से बना हुआ है। अब तक चुने गए पांच विधायक इसी समुदाय से रहे हैं। ब्राह्मण वोट यहां निर्णायक भूमिका निभाते हैं, हालांकि यादव, कुशवाहा, दलित और मुस्लिम मतदाता भी चुनावी समीकरणों को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं। यही विविधता इस सीट को राजनीतिक रूप से रोचक बनाती है।
बेनीपुर में पीने के पानी की किल्लत और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी प्रमुख समस्याएं हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में जलापूर्ति की व्यवस्था कमजोर है और कोई उच्चस्तरीय अस्पताल मौजूद नहीं है। रोजगार के अवसरों की कमी और युवाओं का पलायन भी चुनावी मुद्दों में शामिल है। जनता अब ठोस विकास की अपेक्षा कर रही है।
2010 में भाजपा के गोपाल जी ठाकुर ने राजद के हरे कृष्ण यादव को हराकर जीत दर्ज की थी। 2015 में जदयू के सुनील चौधरी ने भाजपा को पराजित किया। 2020 में जदयू के विनय कुमार चौधरी ने कांग्रेस प्रत्याशी को हराकर सीट पर कब्जा बनाए रखा। पिछले दो चुनावों से जदयू इस सीट पर मजबूत पकड़ बनाए हुए है और एनडीए की स्थिति सुदृढ़ मानी जा रही है।
बेनीपुर प्रखंड के नवादा गांव में स्थित हयहट्ट देवी मंदिर धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है। यहां मां दुर्गा की मूर्ति की बजाय उनके सिंहासन की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान नेपाल और मिथिलांचल के विभिन्न जिलों से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। यह परंपरा एक पुरानी कथा से जुड़ी है, जिसमें मां ने स्वप्न में आदेश देकर सिंहासन की पूजा को स्वीकार किया था।
2024 के चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, बेनीपुर विधानसभा क्षेत्र की अनुमानित जनसंख्या 5,08,040 है। कुल मतदाताओं की संख्या 3,01,342 है, जिनमें पुरुष मतदाता 1,58,785, महिला मतदाता 1,42,552 और थर्ड जेंडर मतदाता 5 हैं। यह आंकड़े चुनावी रणनीति तय करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
जदयू फिलहाल इस सीट पर मजबूत स्थिति में है और संगठनात्मक पकड़ भी बनाए हुए है। भाजपा ब्राह्मण वोटों के सहारे वापसी की कोशिश में है, जबकि कांग्रेस और राजद भी समीकरण साधने की तैयारी कर रहे हैं। स्थानीय असंतोष और रोजगार जैसे मुद्दे विपक्ष को धार देने का मौका दे सकते हैं।
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बेनीपुर विधानसभा चुनाव 2025 में ब्राह्मण वोटों की दिशा, सामाजिक समीकरणों की चाल और विकास के वादों की सच्चाई तय करेगी कि इस बार किसके पक्ष में जनादेश जाएगा। यह सीट मिथिलांचल की राजनीतिक चेतना का आईना बनकर उभरने वाली है।