(डिज़ाइन फोटो)
मुंबई: जहां महाराष्ट्र के बदलापुर दुष्कर्म केस के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई। वहीं इसके बाद से ही राज्य में में सियासत तेज हो गई है। ठाणे पुलिस ने अब इस मामले की जांच करने के लिए SIT का गठन किया है ये SIT अब DCP के नेतृत्व में मामले की जांच करेगी।
जानकारी दें कि बदलापुर कस्बे के एक स्कूल में दो बच्चियों का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी व्यक्ति की पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मौत हो गई। स्कूल में सफाईकर्मी के रूप में काम करने वाले अक्षय शिंदे को उसकी पूर्व पत्नी द्वारा दर्ज कराए गए एक अन्य मामले की जांच के सिलसिले में सोमवार को जब तलोजा जेल से बदलापुर ले जाया जा रहा था तभी उसने पुलिसकर्मियों में से एक की रिवॉल्वर छीन ली और गोली चला दी। इसके जवाब में पुलिस ने भी गोलीबारी की।
इस घटना के बाद, उसे कालवा स्थित एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चोटों के चलते उसने दम तोड़ दिया। उसे कल रात ही कलवा के ही छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल लाया गया और आज सुबह जज की मौजूदगी में उसका पंचनामा किया गया। वहीं शव का पोस्टमार्टम जेजे अस्पताल के विशेषज्ञों के साथ-साथ फोरेंसिक टीम द्वारा आज किया जाएगा।
#WATCH | Maharashtra: Badlapur sexual assault accused Akshay Shinde died yesterday after being shot at by Police in retaliatory firing in Badlapur, Thane.
He was brought to Chhatrapati Shivaji Maharaj Hospital in Kalwa last night and his panchnama was done this morning in the… pic.twitter.com/6RzHe6F88l
— ANI (@ANI) September 24, 2024
इधर विपक्षी दलों द्वारा घटना पर आश्चर्य जताये जाने और इसकी व्यापक व न्यायिक जांच की मांग के बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस ने आरोपी को आत्मरक्षा में गोली मारी। पुलिस ने बताया कि आरोपी की गोलीबारी में एक ASI घायल हो गया, जिसका अस्पताल में इलाज किया जा रहा है।
इस एनकाउंटर विपक्षी दलों ने इस घटना की निंदा की है, जिन्होंने घटनाक्रम पर सवाल उठाए हैं और यह भी पूछा है कि क्या यह उस मामले में सबूत नष्ट करने का प्रयास है, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश पैदा किया था। अक्षय शिंदे (आरोपी) के चाचा ने एक मराठी टीवी चैनल को बताया कि उन्होंने सोमवार को तलोजा जेल में उससे मुलाकात की और उन्हें बताया गया कि पुलिस नियमित रूप से उसकी पिटाई कर रही है।
मामले बाबत ठाणे पुलिस ने एक बयान में कहा, “पुलिस टीम ने शाम 5:30 बजे उसे अपनी हिरासत में लिया। वापसी में पुलिस की गाड़ी शाम 6 से 6:15 बजे के बीच मुंब्रा बाईपास पर थी, तभी आशके अन्ना शिंदे (24) ने API नीलेश मोरे की सर्विस रिवॉल्वर छीन ली और पुलिस दल पर तीन गोलियां चला दी। एक गोली मोरे के पैर में लगी। दो अन्य गोलियां इधर उधर चली गईं। आत्मरक्षा में पुलिस दल के एक अन्य अधिकारी ने आरोपी पर एक गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गया। एपीआई मोरे और शिंदे को कलवा सिविक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मोरे को जुपिटर अस्पताल रेफर कर दिया। कलवा सिविक अस्पताल के डॉक्टरों ने शिंदे को मृत घोषित कर दिया। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए आज मुंबई के जेजे अस्पताल भेजा जाएगा।”
वहीं, आरोपी अक्षय शिंदे की मां और चाचा ने इस घटना को “फर्जी मुठभेड़” करार दिया और न्याय की मांग की। इस बीच, पीड़ित बच्चियों के वकील ने इसे न्याय की हत्या बताया है। बीते महीने, ठाणे जिले के एक स्कूल के शौचालय में शिंदे द्वारा दो बच्चियों का कथित यौन उत्पीड़न किए जाने के बाद सड़कों और स्थानीय रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे। स्कूल ने एक अगस्त को अपने शौचालयों की सफाई के लिए अक्षय शिंदे को अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया था। स्कूल के शौचालय में, 12 अगस्त को दोनों बच्चियों के साथ कथित तौर यौन उत्पीड़न किया गया था। आरोपी को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।