मंडी लोकसभा क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित इलाके का दौरा करती कंगना रनौत (सोर्स: एक्स@KanganaTeam)
शिमला: हिमाचल प्रदेश इस समय प्राकृतक आपदा से जूझ रहा है। राज्य के कई जिलों में भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ ने तबाही जैसी स्थिति बना दी है। इस आपदा में सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ है। ऐसे में मंडी लोकसभा से भाजपा सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत की गैरमौजूदगी ने कई सवाल खड़े कर दिए थे। आखिरकार रविवार को सांसद कंगना मंडी पहुंचीं और पीड़ितों से मुलाकात की।
कंगना रनौत ने मंडी लोकसभा के सराज विधानसभा में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। थुनाग, लंबाथाछ में प्राकृतिक प्रकोप से बहुत नुकसान हुआ है। कंगना ने कहा कि वह एक सांसद के रूप में केवल प्रधानमंत्री को ही स्थिति से अवगत करा सकती हैं।
हिमाचल प्रदेश के बारिश प्रभावित मंडी का दौरा करने के सांसद कंगना रनौत ने सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस की राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य में राहत कार्य इसी तरह से होते रहे तो कांग्रेस आगामी 20 साल में भी सत्ता में नहीं लौटेगी।
कंगना ने थुनाग पंचायत में कहा कि मुझे लोगों की दुर्दशा देखकर बहुत दुख हुआ है। उन्होंने परिवार के सदस्यों को खो दिया है, मकान ढह गए हैं, कई लोग अब भी लापता हैं, लेकिन हम उन परिवारों को केवल सांत्वना दे सकते हैं जिन्होंने अपने परिजन को खो दिया है, और अब राहत प्रदान करने का समय आ गया है।
कंगना रनौत ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि थुनाग, लंबाथाछ में प्राकृतिक प्रकोप से बहुत नुकसान हुआ है। इस त्रासदी में जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनका ढाढस बंधाया और दुख की इस घड़ी में उनके साथ मज़बूती से खड़े हैं। इस त्रासदी में प्रभावित परिवारों की हर संभव मदद की जा रही है और उनकी सेवा में हम सदैव तत्पर रहेंगे।
आज मंडी लोक सभा के सराज विधान सभा में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया, थुनाग, लंबाथाछ में प्राकृतिक प्रकोप से बहुत नुकसान हुआ है। इस त्रासदी में जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, उनका ढाढस बंधाया और दुख की इस घड़ी में उनके साथ मज़बूती से खड़े हैं। इस त्रासदी में प्रभावित… pic.twitter.com/h7gVg3FYr8
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) July 6, 2025
थुनाग पंचायत मंडी उन विभिन्न स्थानों में से एक है, जो मंगलवार को बादल फटने की घटना से प्रभावित हुए थे। बादल फटने, अचानक बाढ़ आने और भूस्खलन के कारण भारी तबाही हुई है, जिसके चलते 14 लोगों की मौत हो गई है और 31 लापता लोगों की तलाश जारी है।
आपदा में 150 से अधिक मकान, 106 पशुशालाएं, 31 वाहन, 14 पुल और कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। कुल 164 मवेशी मारे गए हैं। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र के अनुसार, रविवार सुबह तक मंडी जिले में लगभग 200 सड़कों पर यातायात बंद कर दिया गया है जबकि 236 ट्रांसफार्मर और 278 आपूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।
कंगना रनौत ने कहा कि राहत और पुनर्वास का काम राज्य सरकार को करना है और एक सांसद के तौर पर मैं केवल प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को स्थिति से अवगत कराकर सहायता का अनुरोध कर सकती हूं। उन्होंने कहा कि हम राज्य और केंद्र सरकार के बीच कड़ी हैं, केंद्र से राज्य के लिए परियोजनाएं शुरू कराने और अपने निर्वाचन क्षेत्रों के मुद्दों व शिकायतों को केंद्र के समक्ष उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जिस तरह से काम कर रही है, मैं कह सकती हूं कि कांग्रेस अगले 20 साल तक राज्य में सत्ता में नहीं आएगी। कांग्रेस ने लोकसभा क्षेत्र से अनुपस्थित रहने को लेकर कंगना पर कटाक्ष किया था, जिसके बाद उन्होंने पलटवार किया है।
इससे पहले कंगना की अनुपस्थिति के बारे में पूछे जाने पर उनकी पार्टी के सहयोगी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा था, “हमें स्थानीय लोगों की चिंता है, हम उनके लिए जीते हैं और मरते हैं। जिन्हें चिंता नहीं है, उनके बारे में हम टिप्पणी नहीं कर सकते।”
रनौत ने कांग्रेस के आरोपों को यह कहकर टाल दिया कि किसी सांसद को आपदा की स्थिति में सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास निधि से धन आवंटित करने की अनुमति नहीं होती है और सड़कों और अन्य बुनियादी ढांचे की बहाली राज्य सरकार का काम है।
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इससे पहले उन्होंने ‘एक्स’ पर लिखा था कि “हिमाचल में लगभग हर साल बाढ़ की तबाही देखना दिल दहला देने वाला है। मैंने सिराज और मंडी के अन्य क्षेत्रों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना चाहा, लेकिन नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर ने प्रभावित क्षेत्रों में संपर्क बहाल होने तक प्रतीक्षा करने की सलाह दी।” सिराज हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकुर का विधानसभा क्षेत्र है।