विटामिन सी (सौ. सोशल मीडिया)
Vitamin C Superfoods: भागदौड़ भरी जिंदगी में हम इतने व्यस्त हो जाते है कि, हमारी लाइफस्टाइल अस्त-व्यस्त सी हो जाती है। वहीं पर सही खानपान भी हम आसानी से ले नहीं पाते है। इस अनियमित जीवनशैली या आदतों का असर हमारे शरीर पर पड़ता है। साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता पर आपकी कमजोर हो जाती है। शरीर में सभी प्रकार के पोषक तत्वों का होना जरूरी होता है लेकिन इसकी कमी कई बीमारियों को बढ़ा देती है। आपके इम्यूनिटी लेवल को बढ़ाने के लिए विटामिन सी नामक पोषक तत्व काम करता है।
यहां पर विटामिन सी एक तरह से शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है जो फ्री रेडिकल्स से शरीर का बचाव करता है। यह खास तरह का विटामिन सी पोषक तत्व बुढ़ापा, त्वचा की क्षति और कई तरह की बीमारियों में लड़ने में मदद करता है।
अगर आप विटामिन सी से भरपूर चीजों का सेवन करते है तो आपके शरीर को कई तरह के फायदे मिलते है, जो इस प्रकार है…
1- विटामिन सी की बात की जाए तो, इसमें कोलेजन नामक प्रोटीन होता है जो प्रोटीन का निर्माण करता है। इस तत्व के होने से त्वचा, हड्डियों, मांसपेशियों और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। यह त्वचा को चमकदार, मुलायम और झुर्रियों से मुक्त बनाए रखने में भी मदद करता है।
2-एनीमिया की समस्या से जूझ रहे है तो आपको विटामिन सी का सेवन करना चाहिए। इस तत्व के सेवन से शरीर में आयरन की पूर्ति होती है। यह तत्व एनीमिया की समस्या से बचाव करता है तो वहीं पर घावों को जल्दी भरने में मदद करता है और मसूड़ों की सेहत के लिए भी जरूरी है। इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाकर यह सर्दी-जुकाम, खांसी और अन्य संक्रमणों से बचाव करता है।
3- विटामिन सी का सेवन करने से दिल की सेहत बेहतर होती है। इसके साथ ही ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। दिल की बीमारियों के खतरे को कम करता है। इसके अलावा, यह आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है, क्योंकि यह मोतियाबिंद और उम्र से संबंधित दृष्टि समस्याओं से बचाव करता है।
बताया जाता है कि, विटामिन सी की कमी से थकान, मसूड़ों से खून आना, त्वचा का रूखापन, घाव का देर से भरना और बार-बार सर्दी-जुकाम जैसी समस्याएं हो सकती हैं। गंभीर कमी की स्थिति में ‘स्कर्वी’ नामक रोग हो सकता है।
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यहां पर विटामिन सी का सेवन करने के लिए आप प्राकृतिक स्त्रोत की मदद ले सकते है। प्राकृतिक स्रोतों में आंवला सबसे समृद्ध माना जाता है। इसके अलावा संतरा, नींबू, अमरूद, कीवी, स्ट्रॉबेरी, अनानास, टमाटर, शिमला मिर्च, ब्रोकोली और हरी पत्तेदार सब्जियां इसके अच्छे स्रोत हैं। ध्यान रखना चाहिए कि यह विटामिन गर्मी में जल्दी नष्ट हो जाता है, इसलिए फलों और सब्जियों को कच्चा या हल्का पकाकर ही सेवन करना चाहिए।शरीर में सामान्य रूप से 1500 से 2500 मिलीग्राम तक विटामिन सी संग्रहित हो सकता है, जबकि रक्त प्लाज्मा में इसका स्तर 0.6-2 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर होता है। इसकी अधिक मात्रा हानिकारक नहीं होती क्योंकि शरीर इसे पेशाब के माध्यम से बाहर निकाल देता है।
आईएएनएस के अनुसार