सोने से चेहरा बनता है ग्लोइंग (सौ. सोशल मीडिया)
Sleeping For Skin Care: आयुर्वेद में हर बीमारी का इलाज छिपा है। भागदौड़ भरी जिंदगी में हर किसी के लिए सेहत के प्रति ख्याल रख पाना मुश्किल हो जाता है। रात को चैन की नींद लेना भूल जाते हैं। देर रात तक मोबाइल चलाना, काम का तनाव और अनियमित दिनचर्या ये सब नींद चुरा लेते हैं। रात में नींद पूरी नहीं होने की वजह से सुबह के समय पर चेहरे पर असर पड़ता है। नतीजा ये होता है कि सुबह चेहरा थका हुआ दिखता है, आंखों के नीचे काले घेरे, झुर्रियां और बेजान त्वचा दिखने लगती है। आयुर्वेद में कहा गया है कि ‘निद्रा बलं, पुष्टिं, ज्ञानं, सुखं च ददाति।’ यानी अच्छी नींद शरीर को ताकत, पोषण, ज्ञान और आनंद देती है।
अगर आप रातभर की भरपूर नींद लेते है और जब हम रात में सोते हैं, तब हमारा शरीर खुद की मरम्मत करता है। नई त्वचा की कोशिकाएं बनती हैं, कोलेजन तैयार होता है और पुरानी कोशिकाएं हट जाती हैं। इस स्थिति को ब्यूटी स्लिप के रूप में जाना जाता है। इस दौरान जब नींद की प्रक्रिया रूक जाती है तो चेहरे पर इसका बुरा असर दिखता है। चेहरे पर झुर्रियां, सुस्ती और एजिंग जल्दी दिखने लगती है। सबसे पहले, यह कोलेजन का उत्पादन बढ़ाती है, जिससे त्वचा टाइट और झुर्रियों से मुक्त रहती है। नींद से त्वचा में नमी बनी रहती है, जबकि नींद की कमी से चेहरा ड्राई दिखने लगता है। सोते समय ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है, जिससे त्वचा तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचते हैं और चेहरा सुबह ताजा दिखता है। अच्छी नींद तनाव हार्मोन (कोर्टिसोल) को कम करती है, जिससे त्वचा की लोच बनी रहती है।
यहां पर सेहत और त्वचा को बेहतर बनाने के लिए आपको भरपूर नींद लेना चाहिए। वयस्कों को रोज कम से कम 7-8 घंटे, किशोरों को 8-10 घंटे और बच्चों को 10-12 घंटे की नींद लेना जरूरी होता है। वहीं पर यह नींद की मात्रा नहीं, उसकी गुणवत्ता भी मायने रखती है। कहते है आयुर्वेद के अनुसार, रात 10 बजे से पहले सो जाना चाहिए क्योंकि उस समय कफ काल होता है, जो नींद लाने में मदद करता है। भरपूर नींद पाने के लिए आप सोने से पहले गुनगुना दूध या त्रिफला ले सकते है। इसका सेवन करने से मन को शांति मिलती है और कमरे में हल्की रोशनी, शांत माहौल और संतुलित तापमान भी नींद को बेहतर बनाते हैं।
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कुछ घरेलू नुस्खे भी बहुत असरदार हैं, जैसे रात को गर्म दूध में हल्दी या जायफल पाउडर मिलाकर पीना, पैरों पर सरसों का तेल लगाना, और सोने से पहले ध्यान या गहरी सांसें लेना। मोबाइल और कैफीन से दूर रहना भी उतना ही जरूरी है।
आईएएनएस के अनुसार