पैरों के अंगूठें में आती है लालिमा (सौ. सोशल मीडिया)
Redness In Joints and Toes: सर्दियों का मौसम चल रहा है इस मौसम में पैरों की हड्डियों और मांसपेशियों में अकड़न और कमजोरी नजर आती है। कई लोग जोड़ों और पैरों के अंगूठे में लालिमा और सूजन के दर्द से परेशान रहते है। सर्दियों या फिर किसी मौसम में क्या आपको भी रात या दिन किसी भी समय अचानक से जोड़ों या पैर के अंगूठे में दर्द होने लगता है, इन जगहों पर लालिमा और सूजन भी रहती है? यह शरीर में बढ़े यूरिक एसिड के संकेत हो सकते हैं।
इस समस्या से आपको घबराने की नहीं जरूरत नहीं है बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। इस परेशान के लिए आयुर्वेद के पास कई समाधान छिपे है। यहां पर यूरिक एसिड एसिड से बढ़ी इस समस्या के इलाज के लिए आपको खानपान के साथ और बचाव कौन से किए जा सकते है इसके बारे में बताया गया है।
यहां पर बात करें तो, यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या इन दिनों बेहद आम हो गई है। यहां पर यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन (प्रोटीन का हिस्सा) के टूटने से बनने वाला प्राकृतिक अपशिष्ट पदार्थ होता है। यह यूरिक एसिड कम मात्रा में हो तो सामान्यत: रूप से किडनी इसे पेशाब के जरिए बाहर निकाल देती है। वहीं पर अगर यूरिक एसिड ज्यादा बढ़ जाए तो यह जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनता है। इसे हाइपरयूरिसेमिया कहा जाता है, जो चुपचाप बढ़कर गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। यहां यूरिक एसिड बढ़ने के कई कारण होते है जिसमें आपका खानपान अगर गलत है तो परेशानी बढ़ा सकता है।
इसमें गलत आहार जैसे ज्यादा दालें (राजमा, छोले), नॉनवेज, शराब, कम पानी पीना, मोटापा, व्यायाम न करना और किडनी की कमजोरी शामिल है। आयुर्वेद में इसे वात-रक्त विकार और मंद अग्नि से जोड़ा जाता है, जहां अपचित आहार ‘आम’ बनकर रक्त में मिल जाता है और सूजन पैदा करता है।
यहां पर मेडिकल सांइस के अनुसार, कहा गया है कि, शरीर में अगर यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाए तो यह मोनोसोडियम यूरेट क्रिस्टल को बनाता है। इसके साथ ही जोड़ों में जमा होकर इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। इससे अचानक तेज दर्द, खासकर रात में जोड़ों का लाल होकर सूजन होना और पैर के बड़े अंगूठे में तेज दर्द होता है। अनदेखी करने पर बार-बार अटैक, गठिया, किडनी स्टोन और किडनी फेल्योर का खतरा भी बढ़ सकता है।
अगर आप यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या से परेशान है तो इसके बचाव और घरेलू नुस्खों को आजमाकर राहत पा सकते है।
1-आप सुबह के समय गुनगुना पानी खूब सारा पिएं, पानी की मात्रा शरीर में पर्याप्त होना चाहिए।
2- इसके साथ ही त्रिफला चूर्ण (कम मात्रा में), धनिया बीज का पानी, अजवाइन-सोंठ का काढ़ा का सेवन कर सकते है।
3- इसके अलावा आप कोशिश करें कि, जंक फूड और अल्कोहल का सेवन न करें। यह यूरिक एसिड को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते है।
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यहां पर आयुर्वेदाचार्य ने बताते हैं कि यूरिक एसिड सिर्फ जोड़ों की नहीं, बल्कि मेटाबॉलिज्म और किडनी की भी समस्या है। दर्द दबाने से नहीं, कारण सुधारने से राहत मिलती है। आहार-दिनचर्या बदलकर और समय पर ध्यान देकर बड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। आयुर्वेदिक औषधियां भी यूरिक एसिड में रामबाण काम करती हैं। हालांकि, किसी भी उपाय से पहले आयुर्वेद विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें।
आईएएनएस के अनुसार