दिमाग को बूस्ट रखने के सुपरफू़ड्स (,सौ. सोशल मीडिया)
Omega-3 fatty acids based Food: आजकल हर किसी की लाइफस्टाइल अस्त-व्यस्त सी हो गई है। इस लाइफस्टाइल के साथ हर कोई अपनी सेहत के लिए समय नहीं निकाल पाते है। जबकि आज के समय में हर कोई एक-दूसरे से आगे बढ़ना चाहता है और उन्नति करना चाहता है, जिसके लिए मजबूत तन और मन की आवश्यकता होती है। मजबूत याददाश्त हमारी सफलता में अहम किरदार निभाती है। इस आपाधापी वाली जिंदगी में तनाव में रहने वाले लोग खुद को हेल्दी नहीं रख पाते है जिसका असर उनकी सेहत पर पूरा पड़ता है। कई बार शरीर में पोषक तत्वों की कमी भी हो जाती है।
यहां पर वैज्ञानिक रिसर्च यह भी साबित करती है कि जो लोग ओमेगा-3 से भरपूर चीजें खाते हैं, उनकी याददाश्त बेहतर होती है। इससे लोग तनाव को बेहतर तरीके से संभाल पाते हैं और उम्र बढ़ने के साथ होने वाली दिमागी कमजोरी से भी बचे रहते हैं। वहीं रिसर्च का मानना यह भी है कि, हमारा दिमाग 60 प्रतिशत तक फैट से बना होता है, जिसमें से एक अहम हिस्सा ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है। यह एक ऐसा पोषक तत्व है जो न सिर्फ ब्रेन सेल्स को ताकत देता है, बल्कि उनमें सही तरीके से सूचनाएं पहुंचाने और एक-दूसरे से जुड़ने की प्रक्रिया को भी तेज करता है।इन तत्वों की कमी की पूर्ति आप खानपान में कुछ जरूरी चीजों को शामिल करके कर सकते है। आज हम आपको ओमेगा -3 फैटी एसिड चीजों के बारे में बता रहे है जिसे आप अपनी डाइट में शामिल कर सकते है।
अखरोट:
आप अपनी डाइट में इस ड्राई फ्रूट्स को शामिल कर सकते है। अखरोट में भरपूर मात्रा में ओमेगा-3 पाया जाता है, जो दिमाग की कोशिकाओं को मजबूती देता है और उनकी कार्यक्षमता को बेहतर करता है। इसके अलावा अखरोट में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स और विटामिन ई नर्व सिस्टम को एक्टिव बनाए रखते हैं, जिससे सोचने-समझने की ताकत तेज होती है। रोज 2-3 अखरोट खाने से न सिर्फ याददाश्त में सुधार होता है, बल्कि दिमाग लंबे समय तक एक्टिव और हेल्दी बना रहता है।
अलसी के बीज:
ओमेगा -3 फैटी एसिड की कमी को पूरा करने के लिए आप अलसी के बीज को डाइट में शामिल कर सकते है। ये छोटे-छोटे बीज भले ही मामूली लगें, लेकिन इनके अंदर पोषण का खजाना छुपा होता है। यह ओमेगा-3 का सबसे अच्छा स्रोत है। इनमें मौजूद अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (एएलए) दिमाग की कोशिकाओं में लचीलापन बनाए रखता है और नए न्यूरॉन कनेक्शन बनने में मदद करता है। इसे आप अपने खाने में आसानी से शामिल कर सकते हैं। यह फोकस बढ़ाता है और दिमागी थकावट भी कम करता है।
चिया सीड्स:
पोषक तत्वों में शामिल ओमेगा -3 फैटी एसिड फाइबर और प्रोटीन भरपूर मात्रा में होते हैं। चिया सीड्स दिमाग में सूजन को कम करते हैं, जिससे दिमाग ज्यादा शांत और संतुलित रहता है। जब दिमाग में सूजन नहीं होती तो वह बेहतर सोच सकता है। ज्यादा देर तक काम कर सकता है और तनाव को भी बेहतर तरीके से झेल सकता है। इसे आप रातभर भिगोकर सुबह ओट्स या मिल्क शेक के साथ खा सकते हैं।
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सोयाबीन:
यह ओमेगा-3 का बेहतर विकल्प माना जाता है। सोयाबीन में न सिर्फ ओमेगा-3, बल्कि प्रोटीन और लेसिथिन भी होता है, जो ब्रेन सेल्स को मजबूत बनाते हैं। टोफू, जिसे सोया पनीर भी कहते हैं, दिमागी ऊर्जा को बनाए रखने में मदद करता है और सोचने की शक्ति को बढ़ाता है। यह बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए फायदेमंद है, खासकर उन लोगों के लिए जो शुद्ध शाकाहारी हैं।
आईएएनएस के अनुसार