एंटी एजिंग इंजेक्शन (सौ. डिजाइन फोटो)
बॉलीवुड एक्ट्रेस और मॉडल शेफाली जरीवाला का बीते दिनों 27 जून को 42 साल की उम्र में निधन हो गया है। इस निधन के पीछे एक्ट्रेस को कार्डियक अरेस्ट आने की जानकारी मिली थी। वहीं पर इसके अलावा यह भी पता चला है कि शेफाली खूबसूरत दिखने के लिए एंटी एजिंग इंजेक्शन लेती थी। वह कई सालों से एंटी एजिंग दवाईयां और इंजेक्शन लेकर खुद को जवां रखती थी। बताया जा रहा है कि शेफाली ने मौत के दिन भी एंटी एजिंग इजेक्शन लिया था इस दौरान वे उपवास पर थी। इस जानकारी की भलें पुष्टि ना हो लेकिन एंटी एजिंग इंजेक्शन किस तरह से सेहत पर प्रभाव डालते है चलिए जानते हैं इस खबर में।
जैसा कि नाम से स्पष्ट है एंटी-एजिंग दवाईयां उम्र को बढ़ने से रोकती है। इस दवाईयों का मुख्य काम चेहरे-त्वचा पर दिखाई देने वाले लक्षणों जैसे झुर्रियों, ढीली त्वचा और उम्र के धब्बों को कम करने या समय के बाद आने के लिए डिले करने से होता है। इस तरह की एंटी एजिंग दवाईयां हमारे शरीर में कोलेजन लेवल को बढ़ाने और चेहरे की मासंपेशियों को टाइट रखती है। इस तरह का उपचार शरीर के प्राकृतिक हार्मोनल चक्र को प्रभावित करने वाले हो सकते हैं, जिसका शरीर पर कई प्रकार से नकारात्मक असर हो सकता है।
यहां पर एंटी-एजिंग की दवाईयों में बड़ी मात्रा में रेटिनॉल और पेप्टाइड्स जैसे एक्टिव कंपाउंड्स मौजूद होते है जो झुर्रियों को कम करने का काम करते है। इसके अलावा त्वचा की बनावट में सुधार लाने के लिए एंटी-एजिंग दवाईयां का लाभ स्किन को मिलता है। अगर इस्तेमाल ज्यादा हो जाएं तो रेटिनॉल के साइड इफेक्ट शरीर को मिलते है। इसके साइड इफेक्ट्स में आपको सूखापन, लालिमा और सूरज के प्रति संवेदनशीलता मिल सकती है।
यहां पर एंटी-एजिंग दवाईयों के सेवन को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट ने अपनी बात कही है। इसके अनुसार एंटी-एजिंग के लिए आप दवाई या इंजेक्शन का इस्तेमाल करने से अच्छा है कि, नेचुरल तरीके से एंटी एजिंग फूड का सेवन करें इससे शरीर पर बुरा असर नहीं पड़ता है। एंटी-एजिंग दवाईयों का ज्यादा सेवन दिल पर बुरा असर डाल सकती है। इसका कार्डियक अरेस्ट से कोई जुड़ाव नहीं है यानि यह दावा नहीं करता है कि, एंटी एजिंग दवाईयां हार्ट अटैक के लिए जिम्मेदार हो सकते है।
कई बार एंटी एजिंग दवाईयां नेचुरल रूप से शरीर के सिस्टम को नुकसान पहुंचाती है। आपकी त्वचा तो जवां रहती है पर अंगों की तो उम्र बढ़ती ही रहती है। ऐसे में अगर आप शरीर की अन्य समस्याओं को अनदेखा करते हैं तो इसके दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यहां पर दवाईयों से बेहतर आप नेचुरल तरीके अपनाएं जैसे, हेल्दी डाइट औऱ एक्सरसाइज जरूर लें।