जानिए गुड़हल के फूल के फायदे (सौ. सोशल मीडिया)
नई दिल्ली। मानसून का मौसम चल रहा है इस मौसम में अक्सर सर्दी-जुकाम के ज्यादा मामले देखने के लिए मिलते है। सर्दी-जुकाम की समस्या के लिए लोग एलोपैथी दवाईयों का सहारा लेते है लेकिन आयुर्वेद में भी हर बीमारी का इलाज छिपा है। गुड़हल के फूल के बारे में तो आप जानते होगें यह पूजा-पाठ में भगवान को अर्पित किया जाता है। पूजा-पाठ के अलावा यह फूल सर्दी-जुकाम की समस्या के लिए भी कारगर होता है इसकी जानकारी कम लोग ही जानते है। गुड़हल का फूल न केवल बाग-बगीचों की शोभा बढ़ाता है, बल्कि इसके औषधीय गुण इसे आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाते हैं।
लाल गुड़हल के अलावा सफेद, गुलाबी, नारंगी और पीले रंगों में खिलने वाला यह फूल स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का काम करता है। इसका सेवन करने से कब्ज, खांसी-जुकाम, अनिद्रा, और हृदय रोग जैसी समस्याओं में राहत मिलती है।
इस औषधीय गुणों से भरपूर फूल की खासियत की जानकारी पंजाब के बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने दी है। डॉ. तिवारी के अनुसार, आयुर्वेद में गुड़हल का विशेष महत्व है। प्रकृति का यह उपहार स्वास्थ्य समस्याओं का सरल और प्रभावी समाधान है। गुड़हल के फूल बालों की समस्याओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी हैं। इसके फूलों की लुगदी बनाकर बालों में लगाने से डैंड्रफ दूर होता है और बाल चमकदार बनते हैं। आंवला चूर्ण के साथ मिलाकर इसका उपयोग करने से बाल लंबे समय तक काले रहते हैं।
अनिद्रा से जूझ रहे लोगों के लिए गुड़हल का शर्बत रामबाण है। ताजे फूलों को मिश्री के साथ मिलाकर बनाया गया शर्बत नींद लाने में मदद करता है। इसके अलावा यह पूजा-पाठ में उपयोग होने के साथ-साथ कई रोगों के इलाज में भी कारगर है।”
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गुड़हल के फूल का सेवन करने से महिलाओं की सेहत में भी फायदा मिलता है। इसे लेकर डॉक्टर तिवारी बताते है कि, “गुड़हल की कली को पीसकर पीने से ल्यूकोरिया में राहत मिलती है। इसके फूलों के चूर्ण को दूध के साथ सुबह-शाम लेने से खून की कमी दूर होती है और इम्यूनिटी बढ़ती है। यह मासिक धर्म की समस्याओं में भी फायदेमंद है।” इसके अलावा इस फूल का सेवन करने से पेट की समस्याओं और मुंह के छालों में भी राहत मिलती है। आप अगर गुड़हल की जड़ को साफ कर छोटे टुकड़ों में चबाने से मुंह के छाले ठीक होते हैं। इसके फूल कब्ज में राहत देते हैं, जबकि पत्तों का काढ़ा तेज बुखार, खांसी और जुकाम में लाभकारी है।” उन्होंने यह भी बताया कि गुड़हल हृदय रोगों के इलाज में भी उपयोगी है।