
कहर बरपा रहा है वायु प्रदूषण (सौ. सोशल मीडिया)
Air Pollution Impact on Mental Health: भारत में सर्द हवाओं वाला मौसम चल रहा है।वहीं पर राजधानी दिल्ली में सर्दी के साथ वायु प्रदूषण का भी कहर बरप रहा है। तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण के साथ जहरीली हवा में सांस लेना मुश्किल हो जाता है। सांस नहीं लेने से अलग यह जहरीली हवा का कहर दिल और फेफड़ों को भी कमजोर बनाने का काम करता है। वायु प्रदूषण का सबसे बुरा प्रभाव व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। बेहद कम लोग ही जानते है कि, वायु प्रदूषण की चपेट में अगर हम अधिकतर रहते है तो यह हमारी मेंटल हेल्थ को प्रभावित करता है।
इसे लेकर हेल्थ एक्सपर्ट बताते है कि, एयर पॉल्यूशन का असर मेंटल हेल्थ और शरीर के कई हिस्से को प्रभावित करता है। इस तरह से वायु प्रदूषण की वजह से पीड़ित व्यक्ति को साइकोलॉजिकल और कॉग्नेटिव समस्याएं हो सकती हैं। खासकर शहरी क्षेत्रों में लगातार खराब हवा और प्रदूषण के संपर्क में आने से व्यक्ति में डिप्रेशन के लक्षण नजर आने लगते हैं।इसके अलावा लगातार सुस्ती और किसी भी काम में ध्यान केंद्रित रखने में कठिनाई होती है। वातावरण में फैली जहरीली हवा में मौजूद हानिकारक कण ब्रेन की फंक्शनिंग में बाधा डालने का काम करते है। इसकी वजह से सोने और जागने की नेचुरल स्लीप साइकिल भी बाधित हो सकती है, जिससे अनिद्रा या अनियमित नींद पैटर्न होता है, जो थकान और इमोशनल एक्सजॉशन को बढ़ा सकता है।
आप अपने मेंटल हेल्थ को वायु प्रदूषण के खराब असर से बचाने के लिए इन तरीकों को अपना सकते है।
1-आप मेंटल हेल्थ को सही करने के लिए माइंडफुलनेस प्रैक्टिस, रेगुलर इनडोर एक्सरसाइज और बैलेंस्ड डाइट जैसे रूटीन को अपना सकते है। यह बेहतर स्वास्थ्य देता है।
2-घर में वायु प्रदूषण का खतरा कम ही सताए इसके लिए आप एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल कर सकते है।
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3-वायु प्रदूषण के कारण होने वाली मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं से निपटने के लिए जागरूकता और सक्रिय उपाय भी जरूरी होते है।
4- वायु प्रदूषण के खतरे से बचने के लिए आप प्रदूषण वाले इलाकों में मास्क का इस्तेमाल कर सकते है इससे मदद मिल सकती है।






