मलासन के साथ गर्म पानी पीने के फायदे (सौ.सोशल मीडिया)
Morning Routine Tips: सर्दियों का मौसम चल रहा है इसमें तापमान कम और ज्यादा होता ही रहता है। इसकी वजह से सर्दी-जुकाम के मामले भी बढ़ जाते है। सर्दियों में हमें खानपान पर ध्यान देना जरूरी होता है। इन दिनों स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए एक मॉर्निंग रूटीन पॉपुलर हो जाता है। इस रूटीन में वैलनेस एक्सपर्ट्स और लोग दावा कर रहे है कि, अगर हफ्ते भर हम मॉर्निंग रूटीन में मलासन करने के साथ गर्म पानी पीने के रूटीन को फॉलो कर लेते है बॉडी तो डिटॉक्स होती ही है शरीर में कई तरह के अच्छे बदलाव आते है।
यहां पर हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते है कि, अगर आप इस मॉर्निंग रूटीन यानि 7 दिनो तक लगातार मलासन करने के साथ गर्म पानी पीते है तो फायदे मिलते है। इस खास रूटीन से कमर, हिप्स और जकड़न घटी, पाचन बेहतर हुआ, ब्लोटिंग कम हुई और दिमाग शांत व फोकस्ड रहने लगा। इसके अलावा इस हेल्दी रूटीन से हैवी वर्कआउट करने वालों को फायदा मिला है। यानि वर्कआउट करने से क्रेविंग्स कंट्रोल हुई है और एनर्जी लेवल भी बढ़ा है। इस रूटीन में कहा गया कि, अगर मलासन और पानी को एक साथ रूटीन में शामिल किया जाए तो इसके फायदे आपको दुगुने मिलते है। मलासन शरीर की पोजिशनिंग को बेहतर बनाता है जबकि गर्म पानी आंतों को अंदर से एक्टिव करता है। वहीं पर इस तरीके से पोस्चर और हाइड्रेशन का कॉम्बो मिलकर पूरे डाइजेस्टिव सिस्टम को बढ़ाने का काम करते है। इस पर कोई रिसर्च नहीं है लेकिन मलासन और पानी को एक साथ करने से फायदे जरूर मिल सकते है।
यहां पर वैज्ञानिक रूप से बताया गया है कि, अगर हम इस मॉर्निंग रूटीन को अपनाते है तो स्क्वॉटिंग पोज में बैठने से और एनोरेक्टल एंगल बढ़ जाता है। ऐसे समझें तो, यह मलाशय और एनल कैनाल के बीच का एंगल सीधा होता है. इससे लोअर डाइजेस्टिव ट्रैक्ट का काम भी कहा जाता है। इसके रैंडमाइज्ड कंट्रोल ट्रायल में पाया गया है कि लगभग 200 एमएल गरम पानी पीने से आंतों की मूवमेंट तेज होती है। वहीं पर गर्म पानी पीने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्पैम कम करता है और आंतों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है।
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आप पाचन को बेहतर बनाने के लिए इस मॉर्निंग रूटीन को अपना सकते है। आप गर्म पानी से शुरुआत करें। इसके लिए पहले गर्म पानी पिएं फिर मलासन की पोजीशन में आए। इसमें पैरों को कूल्हों से थोड़ा ज्यादा खोलकर खड़े हो. फिर धीरे-धीरे स्कॉट की पोजीशन बनाएं, एड़ियां जमीन पर रखें. इसके बाद रीढ़ सीधी और छाती खुली रखें. अब 30 सेकंड से 1 मिनट तक इसी मुद्रा में गहरी सांस लेते रहे. यह पोजीशन हमारी सेहत के लिए काफी मददगार होती है. हालांकि एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिन लोगों को घुटनों, कूल्हों, टखनों या लोअर बैक में दर्द रहता है उन्हें या रूटीन करने से बचना चाहिए।