सात्विक भोजन एक महीने तक करने के फायदे (सौ. डिजाइन फोटो)
Sawan 2025: सावन का महीना चल रहा है जिसे भगवान शिव के पावन महीने के रूप में जाना जाता है। शिवभक्ति, भक्तिभाव के साथ भगवान शिव की पूजा करते है और व्रत रखते है। सावन महीने में तामसिक भोजन और लहसुन-प्याज की बनी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए इसे धार्मिक और वैज्ञानिक रूप से सही नहीं माना जाता है।
सावन के महीने में सात्विक भोजन करने की ही सलाह दी जाती है। इस सात्विक भोजन का सेवन करने से शरीर शुद्ध होता है और मन को शांति मिलती है। सात्विक भोजन जहां पर सावन के महीने में खाना अच्छा माना गया है वहीं पर क्या एक महीने सात्विक भोजन लेने या सात्विकता अपनाने से वजन घटता है। जानिए सावन सोमवार के व्रत के दौरान किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
यहां पर आयुर्वेदिक एक्सपर्ट किरण गुप्ता जी बताती है कि, सावन के महीने में फलाहार लिया जाता है लहसुन और प्याज से दूरी बना ली जाती है। यहां पर फलाहार में शामिल फल का सेवन करने से शरीर को जरूरी पोषक तत्व मिलते है। इतना ही नहीं मौसमी फलों के सेवन से शरीर डिटॉक्स भी होता है। फल का सेवन करने से शरीर तो डिटॉक्स होता ही है आप शरीर में हल्का महसूस करते है। गैस और कब्ज की शिकायत भी दूर होती है। अगर आप पेट सही रहेगा तो त्वचा से जुड़ी समस्याएं भी नहीं होती है। त्वचा साफ होकर मुहांसे भी कम हो जाते है इससे आपको मानसिक शांति मिलती है।
वेट लॉस और सात्विक भोजन के कनेक्शन को लेकर हेल्थ एक्सपर्ट बताती है कि सात्विक भोजन करने से वजन कम हो सकता है. लेकिन तब जब आप इसमें घी का कम से कम इस्तेमाल करें। घी का सेवन करने से आपके शरीर में एक्सट्रा फैट बढ़ता है। अगर आप व्रत में एक टाइम खाना खान रहे हैं और बाकी समय पर फलहार कर रहे हैं तो वजन कम हो सकता है। इस बात का ध्यान रखना चाहिए।
आप यहां पर व्रत के दौरान कुछ गलतियों को नही कर सकते है। एक्सपर्ट के अनुसार, व्रत के समय हमे कई गलतियां हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए।जैसे कुछ लोग व्रत में होते हुए भी दिन में कई बार खाना खा लेते हैं,या बहुत ज्यादा खा लेते हैं। इस तरह से ज्यादा खाने से ओवरइंटिंग होती है जो पेट में गैस बनना और पेट फूलने से समस्या को बढ़ा देता है। व्रत के दौरान हल्का ही भोजन करना चाहिए। बहुत ज्यादा तला भूना और मसालेदार खाना खाने से बचें. इससे पेट और लीवर को नुकसान पहुंच सकता है।