वक्फ जमीन और जाकिर हुसैन (फोटो- सोशल मीडिया)
नूंहः वक्फ संशोधन बिल राष्ट्रपति की मुहर के बाद कानून में तब्दील हो गया है। हालांकि अभी संशोधित कानून सरकार ने लागू नहीं किया है। इस बीच दिल्ली से सटे हरियाणा के नूंह में वक्फ बोर्ड 20 कनाल पर अपना दावा ठोक दिया है। इतना ही जारी नोटिस कर ग्रामीणों को कब्जा हटाने को कहा है। इस नोटिस से गांव में हड़कंप मच गया है।
नूंह के तावडू खंड के गांव गुरनावट में वक्फ बोर्ड प्रशासन ग्रामीणों को 17 अप्रैल तक वक्फ की जमीन को खाली करने का समय दिया था, लेकिन कई कारणों के चलते कब्ज़ा खाली करने की कार्रवाई टाल दी गई। अब ग्रामीणों और वक्फ प्रशासन के बीच भूमि विवाद गहराता जा रहा है।
नूंह में 2218 जगहों पर वक्फ की संपत्ति
वक्फ बोर्ड ने जारी नोटिस में गुरनावट गांव की 20 कनाल जमीन को सरकारी वक्फ की संपत्ति बताया है। इस जमीन पर ग्रामीणों द्वारा अवैध कब्जा किए जाने का आरोप लगाया गया है। गौरतलब है कि नूंह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र हैं। इसको मेवात के नाम से भी जाना जाता है। इस जिले में 2218 जगहों पर वक्फ की संपत्ति है, जिनमें से अधिकतर पर अवैध कब्जा है। नए वक्फ कानून के शुरू होने से पहले प्रशासन अवैध कब्जे को हटाने के लिए हरकत में आ चुका है।
कब्ज़ा करने वालों में सरपंच का भी नाम
हरियाणा वक्फ बोर्ड नूंह के द्वारा जारी नोटिस में बताया गया है कि खसरा नंबर 10/22/2, 23/2, 15/1, 2/1, 10, 16/5 में दर्ज जमीन वक्फ बोर्ड के नाम पर दर्ज है और यह गजट अधिसूचना के अनुसार सरकारी वक्फ भूमि है। बोर्ड का दावा है कि गांव के कुछ लोगों, जिनमें वर्तमान सरपंच भी शामिल हैं, इन सभी ने भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण किया है। ग्रामीणों ने कहा इस जमीन में हम करीब 5 साल से नमाज पढ़ते हैं। पहले यह जमीन पंचायत की थी, लेकिन सन 1981 में इसको वक्फ बोर्ड ने अपना कर लिया।
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ग्रामीणों में रोष
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि जिस जमीन पर वक्फ बोर्ड अपना दावा ठोक रहा है, यह जमीन पंचायत की थी। पंचायद द्वारा जमीन ईदगाह के लिए दी गई थी। मौजूदा समय में ईदगाह के लिए जमीन पर चार दीवारी बनाई गई है। जिसे वक्फ बोर्ड प्रसाशन ने तोड़ने को कहा है। जिससे ग्रामीणों में रोष है। उनका कहना है कि वक्फ के दावे और इरादे सरासर गलत है।
विवाद में सियासी एंगल भी
ग्रामीण धार्मिक आस्थी से जुड़ी संपत्ति को बचाने का भरसक प्रयास कर रहे हैं। वह कोर्ट जाने को भी तैयार हैं। इस पूरे मामले को राजनीति से भी जोड़ा जा रहा है, क्योंकि मौजूदा हरियाणा वक्फ बोर्ड के प्रशासक पूर्व विधायक जाकिर हुसैन हैं, जो इस समय भाजपा में है। जाकिर पर निशाना साधते हुए ग्रामीणों ने कहा है कि पूर्व विधायक जाकिर हुसैन अपनों को ही उजाड़ने का काम कर रहे हैं।गांव के लोगों ने कहा कि जाकिर हुसैन आज बीजेपी पार्टी में है, इसलिए यह कार्रवाई की जा रही है। जाकिर हुसैन को इसी गांव ने विधानसभा पहुंचने का काम भी किया था।