एयर इंडिया का क्रैश प्लेन (फोटो-सोशल मीडिया)
अहमदाबादः सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गुरुवार को उड़ान भरने के करीब 2 मिनट बाद एयर इंडिया का यात्री विमान थोड़ी दूर पर क्रैश हो गया। यह प्लेन दिल्ली से अहमदाबाद आया था। इसके बाद लंदन के लिए रवाना हुआ था। इस हादसे में एक यात्री को छोड़कर सभी की मौत हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे। इस हादसे में अहमदाबाद के पुलिस प्रमुख जीएस मलिक के मुताबिक 265 लोगों की मौत हुई है। सोशल मीडिया पर विमान के उड़ान भरने से लकर दुर्घटना तक कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें दिख रहा है कि विमान आबादी वाले क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भर रहा है, इसके कुछ देर बाद नीचे आने लगता है। इसके बाद धुएं गुब्बार दिखाई देता है। जिस तरह से यह विमान हादसा हुआ है। इसको लेकर कई तरह की थ्योरी चल रही हैं।
इस हादसे को लेकर कुछ लोगों का कहना है कि समय पर गियर बंद नहीं हुआ, जो गड़बड़ी का संकेत है। इसके अलावा इंजन फेल होने की बात भी कही जा रही है। वहीं इंजन को लेकर एक्सपर्ट का मानना है कि यह प्लेन दो इंजन वाला था। ऐसे में एक इंजन फेल होने के बाद भी इसको आबादी वाले क्षेत्र से बाहर ले जाया जा सकता था।
लैंडिंग गियर बंद ना होना हादसे की वजह
हवा में उड़ते हुए एयर इंडिया के प्लेन का जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, उसमें लैंडिंग गियर साफ दिखाई दे रहे हैं। एक्सपर्ट ने वीडियो का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि विमान 600 फीट से अधिक की ऊंचाई पर उड़ान भर रहा था तो लैंडिंग गियर खुले क्यों थे? विमान के उड़ान भऱते ही लैंडिंग गियर ऊपर उठा दिया जाता है। उनका कहना है कि लैंडिंग गियर नीचे थे, इसलिए संभव है कि इंजन में खराबी का पता पहले ही चल गया हो। हादसे को लेकर बताया जा रहा है कि पायलट की तरफ से मेडे-मेडे का कॉल दिया गया था। इससे साफ है कि इंजन की खराबी का पता चल गया था, जिसे पायलट संभालने की कोशिश कर रहा था लेकिन असफल हो गया।
इंजन फेल होने की संभावना
एक्सपर्ट का कहना है कि विमान के दोनों इंजन का पावर लॉस होना क्रैश का कारण हो सकता है। हवा में 625 फीट की उंचाई पर इंजन का शटडाउन होना, ड्रीम लाइनर विमान तैयार करने वाली कंपनी बोईंग के लिए पहली घटना है। अगर एक इंजन भी पूरी छमता से चालू रहता तो पायलट प्लेन को आबादी से बाहर ले जा सकता था। वहीं विमान से पक्षी टकराने की संभावना भी जताई जा रही है। हालांकि इसके बाद भी एक इंजन चालू रहता है। एक्सपर्ट का कहना है कि संभवतः पक्षी के टकराने से एक इंजन बंद हो गया और दूसरे का पावर लॉस हो गया।
‘विमान के पुर्जे ठीक से नहीं लगाए गए थे’
एविएशन सेफ्टी नेटवर्क के आंकड़ों की माने तो 2009 से ड्रीमलाइनर विमान सेवा में है। इससे पहले ड्रीमलाइनर विमान कभी दुर्घटनाग्रस्त नहीं हुआ। विमानन सुरक्षा सलाहकार जॉन एम कॉक्स ने कहा कि जांचकर्ता पहला सवाल यही पूछेंगे कि एयर इंडिया का यह विमान उड़ान भरने के लिए सही ढंग से तैयार था? उन्होंने कहा कि तस्वीर में हवाई जहाज का अगला नुकीला हिस्सा ‘नोज’ ऊपर की ओर उठता हुआ और 625 फुट की ऊंचाई तक पहुंचता है, फिर नीचे की ओर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है। इससे साफ जाहिर है कि हवाई जहाज पर्याप्त उठान नहीं ले पा रहा है। कॉक्स ने कहा कि विमान को पीछे से देखने पर ऐसा नहीं लगता कि पीछे के किनारे के फ्लैप्स उस स्थिति में हैं, जैसी संभावना है। लेकिन तस्वीर की गुणवत्ता इतनी अच्छी नहीं है कि मैं कोई निष्कर्ष निकाल सकूं।