Zubeen Garg Death Case Controversy: असम के प्रसिद्ध सिंगर जुबीन गर्ग का 52 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बॉलीवुड, बंगाली और असमी फिल्मों में कई हिट गाने गा चुके जुबीन ने अपनी मधुर आवाज से संगीत प्रेमियों के दिलों में खास जगह बनाई। उन्होंने कई बेहतरीन गानों में अपनी आवाज दी है। लेकिन इन सबके बीच अब उनकी मौत के मामले में कई सवाल उठने लगे हैं।
दरअसल, असम कांग्रेस अध्यक्ष गौरव गोगोई ने इस विषय पर चिंता जताई है। गोगोई ने मीडिया से बातचीत में बताया कि जुबीन गर्ग का निधन 19 सितंबर को हुआ था, लेकिन 10 दिन बीत जाने के बावजूद दो मुख्य आरोपी, जो जुबीन के मैनेजर और इवेंट ऑर्गनाइजर अभी तक असम पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं। ये दोनों आरोपी मामले के सबसे अहम गवाह माने जा रहे हैं क्योंकि उनके पास जुबीन गर्ग के आखिरी कुछ घंटों की सबसे विस्तृत जानकारी है।
गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस आम लोगों और अन्य संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, लेकिन असली आरोपियों को पकड़ने में कोई तेजी नहीं दिखाई जा रही। इसके उल्टा, पुलिस उन प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्ती बरत रही है जो जुबीन के लिए न्याय की मांग कर रहे हैं।
#WATCH Guwahati: On the SIT and CID investigation into singer Zubeen Garg’s death, Assam Congress President Gaurav Gogoi says, “The role of Chief Minister Himanta Biswa Sarma is highly suspicious. From the beginning of the case, we still don’t know where his manager was. Where… pic.twitter.com/Sdke8VgsWC — ANI (@ANI) September 29, 2025
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इन दोनों आरोपियों को 6 अक्टूबर तक का समय क्यों दिया गया। क्या उन्हें वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है? मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जुबीन के मैनेजर का बीजेपी की सांस्कृतिक इकाई से संबंध है। वहीं, इवेंट ऑर्गनाइजर श्यामकानु महंत का दिल्ली और दिसपुर में कई बड़े बीजेपी नेताओं और मंत्रियों से करीबी रिश्ता बताया जाता है। उनके आयोजनों में अक्सर उच्चस्तरीय बीजेपी और एनडीए के नेता शामिल होते रहे हैं।
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इससे आम जनता और जुबीन के फैंस के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या राजनीतिक कनेक्शन्स के कारण सरकार और पुलिस मामले में सख्ती नहीं दिखा रही। क्या मुख्यमंत्री इन आरोपियों को बचाने में लगे हैं, जबकि आम लोग और जुबीन के समर्थक निशाने पर हैं?
जुबीन गर्ग के फैंस और असम की जनता अब इस मामले में तेजी से कार्रवाई और न्याय की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि दोनों मुख्य आरोपियों से तुरंत पूछताछ होनी चाहिए और उन्हें कानून के दायरे में लाया जाए, ताकि जुबीन के परिवार और फैंस को न्याय मिल सके।