Rikeza Coin: फतेह फिल्म ही नहीं बल्कि फ्रॉड केस में नाम आने के चलते भी बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद सुर्खियों में बने हुए हैं। लुधियाना कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सोनू सूद की पेशी हुई और इस रिकेजा कॉइन मामले में उन्होंने गवाही दी है। इस फ्रॉड केस में वह गवाह के तौर पर बुलाए गए थे। लुधियाना की एक मल्टी नेशनल मार्केटिंग कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ था। इस कंपनी के लिए सोनू सूद ने प्रचार किया था। कंपनी ने सोनू सूद को ब्रांड एंबेसडर बनाया था। अब उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है।
अमर उजाला ने सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि सोनू सूद के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला जब दर्ज हुआ तो उन्हें गवाही देने के लिए कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया। लेकिन ऐसा करने में वह असमर्थ रहे। इसके बाद मामले में लुधियाना की जुडिशल मजिस्ट्रेट (फर्स्ट क्लास) रमनप्रीत कौर ने 29 जनवरी को सोनू सूद के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था। अदालत ने मुंबई के ओशिवारा थाने के एसएचओ को सोनू सूद को गिरफ्तार कर अदालत में पेश करने का आदेश दिया था।
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क्या है रिकेजा कॉइन मामला
वारंट जारी होने के बाद सोनू सूद ने बयान जारी किया था कि इस मामले से उनका कोई सीधा संबंध नहीं है। सोनू सूद ने लिखा यह तीसरे पक्ष के मामले से जुड़ा है। जिससे मेरा कोई लेना-देना नहीं। हमारे वकीलों ने समान का जवाब दिया है और मैं 10 फरवरी को अपना बयान दर्ज करऊंगा। रिकेजा कॉइन मामला एक मल्टीनेशनल कंपनी से जुड़ा हुआ है और इस कंपनी ने लोगों से झूठे वादे किए थे कि अगर वह कंपनी में निवेश करेंगे तो उन्हें तगड़ा रिटर्न मिलेगा।
रिकेजा कॉइन धोखाधड़ी
पुलिस ने जानकारी दी है कि राजेश खन्ना नाम के एक वकील ने रिकेजा कॉइन मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। वकील को मोहित शुक्ला नाम के शख्स ने निवेश का लालच दिया था। और बताया था कि 10 महीने में उनके पैसे तीन गुना हो जाएंगे। इसके बाद राजेश खन्ना ने करीब 10 लाख रुपए का निवेश कंपनी में किया। लेकिन अवधि पूरा होने के बाद उन्हें रिटर्न नहीं मिला। बाद में राजेश खन्ना को पता चला कि मोहित शुक्ला इस तरह के कई फ्रॉड पहले भी कर चुका है।