सतीश कौशिक (फोटो-सोशल मीडिया)
मुंबई: बॉलीवुड अभिनेता सतीश कौशिक का जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में हुआ था। 13 अप्रैल यानी आज सतीश कौशिक की बर्थ एनिवर्सरी है। अपनी बेहतरीन एक्टिंग से लोगों को गुदगुदाने वाले अभिनेता ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। भले ही वह अब हम सबके बीच नहीं हैं लेकिन उन्होंने काम से ऐसा असर छोड़ा है कि लोग उन्हें याद करते हैं।
सतीश कौशिक न सिर्फ एक शानदार अभिनेता और सफल निर्देशक रहे हैं, बल्कि एक बेहतरीन इंसान भी माने जाते हैं। उन्होंने एफटीआईआई और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से अभिनय की पढ़ाई की थी और ‘जाने भी दो यारों’, ‘मंडी’, ‘तेरे संग’ जैसी फिल्मों में नीना गुप्ता के साथ स्क्रीन शेयर किया। दोनों की दोस्ती 1975 से शुरू हुई थी, जो हर उतार-चढ़ाव में और मजबूत होती चली गई।
सबसे भावुक मोड़ तब आया जब नीना गुप्ता निजी जीवन में एक कठिन दौर से गुजर रही थीं। वे बेटी मसाबा गुप्ता के साथ प्रेग्नेंट थीं और समाजिक दबावों का सामना कर रही थीं। उस कठिन समय में सतीश कौशिक ने नीना को शादी का प्रस्ताव दिया था कि not प्रेम के आधार पर, बल्कि एक सच्चे दोस्त की तरह, ताकि वे अकेली न महसूस करें और उन्हें सामाजिक सहारा मिले। इस इंसानी भाव को नीना ने अपनी आत्मकथा ‘सच कहूं तो’ में भी साझा किया है।
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एक्ट्रेस ने लिखा कि सतीश कौशिक ने उनसे कहा था कि मैं हूं ना, तू क्यों टेंशन लेती है। उस वक्त की गई इस बात ने नीना के दिल को छू लिया। सतीश कौशिक ने खुद इस बात को इंटरव्यू में साझा किया कि उनका प्रस्ताव मज़ाक, सम्मान, चिंता और दोस्ती का मिलाजुला रूप था। उन्होंने हमेशा नीना को एक सशक्त और बहादुर महिला माना, जो बिना शादी के एक बेटी को जन्म देने का साहस रखती थी। यह कहानी सिर्फ एक प्रस्ताव की नहीं, बल्कि एक गहरी दोस्ती, सहारे और इंसानियत की है। सतीश कौशिक जैसे इंसान बॉलीवुड की असली पूंजी हैं।