
पंकज धीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Pankaj Dheer Birth Anniversary Special Story: बीआर चोपड़ा की क्लासिक टीवी सीरीज ‘महाभारत’ में ‘दानवीर कर्ण’ का अमर किरदार निभाने वाले दिग्गज अभिनेता पंकज धीर का जन्म 9 नवंबर 1956 को पंजाब में हुआ था। 15 अक्टूबर 2025 को पंकज धीर का 68 साल की उम्र में निधन हो गया। पंकज धीर के जन्मदिन के मौके पर हम उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प कहानियों को साझा करने वाले हैं।
बी आर चोपड़ा की ‘महाभारत’ के हर किरदार ने दर्शकों के दिल में अमिट छाप छोड़ी, खासकर ‘कर्ण’ की भूमिका निभाने वाले पंकज धीर ने। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि इस महान कलाकार ने ‘महाभारत’ की शूटिंग के दौरान कई दर्दनाक हादसे झेले, जिनमें एक बार उनकी जान तक मुश्किल में पड़ गई थी। ‘महाभारत’ के युद्ध सीन की शूटिंग के दौरान पंकज धीर और प्रवीण कुमार के बीच एक जबरदस्त फाइट सीक्वेंस फिल्माया जा रहा था।
फाइट सीन को रियल दिखाने की कोशिश में प्रवीण कुमार ने पूरी ताकत से गदा चला दी, जो सीधे पंकज धीर के हाथ पर लगी। इस झटके से उनकी उंगलियां टूट गईं और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि उनके हाथ में 10 से 12 टांके लगाने पड़े। इसके बावजूद पंकज धीर ने शूटिंग बंद नहीं की और कुछ ही दिनों बाद वे फिर सेट पर लौट आए।
एक और युद्ध सीन के दौरान भीषण हादसा हुआ। शूटिंग में इस्तेमाल किए गए अस्त्र-शस्त्र असली लोहे के बने होते थे, जिससे कलाकारों को अक्सर चोट लग जाती थी। एक सीन में एक बाण आकर पंकज धीर की आंख के पास लग गया। इस घटना में वे गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें तुरंत सर्जरी करवानी पड़ी। इस हादसे ने टीम को झकझोर कर रख दिया था।
सबसे खतरनाक घटना तब हुई जब पंकज धीर तेजी से दौड़ते रथ पर सवार थे। अचानक रथ के दो टुकड़े हो गए और घोड़े अनियंत्रित होकर भागने लगे। रथ खाई की ओर बढ़ने लगा और कुछ ही सेकंड में हादसा हो सकता था। अपनी सूझबूझ से पंकज धीर चलते रथ से कूद पड़े और उन्होंने अपनी जान बचाई। हालांकि, उस सीन में सारथी का किरदार निभाने वाले कलाकार को गंभीर चोटें आईं।
पंकज धीर ने 1983 में फिल्म ‘सूखा’ से डेब्यू किया था। इसके बाद वे ‘मेरा सुहाग’, ‘सौगंध’, ‘सनम बेवफा’, ‘सड़क’, ‘बादशाह’, ‘मिस्टर बॉन्ड’ जैसी फिल्मों में नजर आए। टीवी पर उन्होंने ‘चंद्रकांता’, ‘हरिशचंद्र’, ‘युग’, ‘कानून’, और ‘ससुराल सिमर का’ जैसे हिट सीरियल्स में काम किया। पंकज धीर भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनके चाहने वालों के दिलों में वह हमेशा रहेंगे। आज भी दर्शक उन्हें ‘कर्ण’ के रूप में याद करते हैं।






