मिस वर्ल्ड 2025 (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
मुंबई: मिस वर्ल्ड 2025 के ग्रैंड फिनाले की तैयारियां जोरों पर हैं और जैसे-जैसे 31 मई नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता को लेकर एक्साइटमेंट भी चरम पर है। हाल ही में मल्टीमीडिया चैलेंज के विजेताओं की घोषणा की गई, जो मिस वर्ल्ड फेस्टिवल का एक महत्वपूर्ण प्री-फाइनल इवेंट है। इस चैलेंज ने प्रतियोगिता में जान फूंक दी है क्योंकि इसके विजेताओं को सीधे टॉप 40 क्वार्टर फाइनल में जगह मिल गई है।
दरअसल, 72वें मिस वर्ल्ड फेस्टिवल के तहत आयोजित इस चैलेंज में 20 प्रतिभागियों को 90 सेकंड की एक वीडियो बनाने का टास्क दिया गया था। इस वीडियो में उन्हें अपने देश में ताज जीतने से लेकर भारत के तेलंगाना तक की यात्रा को दर्शाना था। कंटेस्टेंट्स को पूरी क्रिएटिव फ्रीडम दी गई, जिसमें उन्होंने अपनी कला, भावनाएं और व्यक्तिगत अनुभवों को खूबसूरती से प्रस्तुत किया।
कुछ कंटेस्टेंट्स ने खुद को फिल्ममेकर की भूमिका में ढाल लिया और बीटीएस क्लिप, भावनात्मक पल, इंटरव्यू और सांस्कृतिक झलकियों के साथ दर्शकों से जुड़ने की कोशिश की। इन वीडियोज को क्रिएटिविटी, इमोशन, और प्रोडक्शन क्वालिटी के आधार पर आंका गया और इसके बाद चार विजेताओं का चयन किया गया।
मल्टीमीडिया चैलेंज के चार रीजनल विजेता
एशिया और ओशिनिया से- थाईलैंड: ओपल सुचाता
यूरोप से- मोंटेनेग्रो: एंड्रिया निकोलिक
अफ्रीका से- कैमरून: केंद्रा इस्सी
अमेरिका और कैरेबियन से- डोमिनिकन रिपब्लिक: मायरा डेलगाडो
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हालांकि, इन चारों विजेताओं को अब टॉप 40 क्वार्टर फाइनल में सीधे एंट्री मिल गई है, जिससे उन्हें 31 मई को हैदराबाद के हाइटेक्स, माधापुर में होने वाले ग्रैंड फिनाले से पहले एक खास जगह मिली।
बता दें, प्रतियोगिता के साथ-साथ कई कंटेस्टेंट्स ने अपने सामाजिक कार्यों और भावनात्मक अनुभवों को भी साझा किया। मिस मैक्सिको मैरीली लील ने यादाद्री मंदिर से अपने जुड़ाव को दर्शाया और एजुकेशन सिस्टम सुधारने के अपने सपने को साझा किया। मिस बेलीज शायरी मोराटाया और मिस केमैन आइलैंड्स जाडा रामून ने मानसिक स्वास्थ्य पर बात की, जबकि मिस पनामा करोल रोड्रिग्ज ने बाल यौन शोषण पर जागरूकता फैलाने की बात कही।
मिस प्यूर्टो रिको वेलेरिया पेरेज, जो एक शिक्षिका हैं, उन्होंने डाउन सिंड्रोम के प्रति जागरूकता बढ़ाने का संकल्प लिया। ऐसे में यह साफ है कि मिस वर्ल्ड केवल सुंदरता की प्रतियोगिता नहीं, बल्कि इसमें समाज के लिए उद्देश्य और बदलाव लाने की सोच भी शामिल है।