तेलुगु अभिनेत्री लक्ष्मी मांचू (फोटो-सोर्स,सोशल मीडिया)
मुंबई: दिलजीत दोसांझ की फिल्म ‘सरदार जी 3’ के ट्रेलर रिलीज के बाद से विवाद लगातार बढ़ता ही जा रहा है। फिल्म में जहां दिलजीत के साथ नीरू बाजवा नजर आ रही हैं, तो वहीं पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर की मौजूदगी ने बवाल खड़ा कर दिया है।
खासतौर पर 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और भारत के रिश्तों में आई दरार को देखते हुए देशभर में पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है।
अब इस विवाद पर तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस लक्ष्मी मांचू ने अपनी राय जाहिर की है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कला को राजनीति से जोड़ना गलत है और कलाकारों को टारगेट करना किसी भी लिहाज से जायज नहीं है।
लक्ष्मी मांचू ने मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में कहा, “कृपया कला का राजनीतिकरण न करें। अगर कोई परेशानी खड़ी कर रहा है, तो आप उसके खिलाफ कार्रवाई करें, लेकिन हर किसी को एक ही नजर से देखना सही नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “हम भारतीयों ने हमेशा खुले दिल से बाहरी कलाकारों का स्वागत किया है। अब अचानक यह विरोध, यह प्रतिबंध, यह असुरक्षा, यह सब क्यों? एक एक्टर किसी देश के लिए खतरा कैसे हो सकता है?” लक्ष्मी ने भारत में पाकिस्तानी सितारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को बैन किए जाने पर भी सवाल उठाया।
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लक्ष्मी मांचू ने यह भी कहा कि इस तरह के प्रतिबंध समाज को और ज्यादा बांटने का काम करते हैं। “फूट डालो और राज करो की नीति अब बंद होनी चाहिए। हमें साझा आधार पर एक-दूसरे को समझने और एकजुट होकर वास्तविक समस्याओं से लड़ने की जरूरत है।”
उन्होंने कलाकारों की भूमिका को देखते हुए कहा कि फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं होतीं, बल्कि समाज का आईना भी होती हैं। “कलाकार वही दिखाते हैं जो समाज में घट रहा है, वो लोगों को जोड़ने का काम करते हैं, तो फिर उन्हें ही निशाना क्यों बनाया जा रहा है?”
वहीं दूसरी ओर, ‘सरदार जी 3’ को लेकर बढ़ते विरोध के बीच दिलजीत दोसांझ अब तक इस विवाद पर खुलकर कुछ नहीं बोले हैं। हालांकि पहले दिए इंटरव्यू में उन्होंने साफ किया था कि फिल्म की शूटिंग पहलगाम हमले से पहले ही हो चुकी थी।