ईशान खट्टर ने इंडस्ट्री में 8 घंटे की शिफ्ट पर रखी अपनी राय
Ishaan Khatter React 8-Hour Work Shifts: बॉलीवुड एक्टर ईशान खट्टर ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री में काम के घंटे को लेकर चल रही बहस पर अपने विचार शेयर किए। उन्होंने कहा कि फिल्म सेट पर काम का जुनून जितना जरूरी है, उतना ही जरूरी है दूसरों का ध्यान रखना। ईशान ने कहा कि मैं ऐसे सेट पर रहा हूं, जहां कई बार समय की सीमा पार हो जाती है, लेकिन यह बातचीत बहुत जरूरी है।
ईशान ने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि हर व्यक्ति की अपनी सीमाएं हैं। एक्टर के तौर पर हम कह सकते हैं कि मैं सिर्फ इतने घंटे काम करूंगा, लेकिन यह एक विशेषाधिकार है। हमें तकनीशियनों, मेकअप आर्टिस्ट्स और बाकी टीम का भी ख्याल रखना चाहिए। अभिनय एक जुनून का काम है, और कभी-कभी उस जुनून में समय का अंदाजा नहीं रहता। लेकिन उद्योग में 8 घंटे की शिफ्ट पर चर्चा का मकसद यही है कि काम के साथ इंसान की सेहत और संतुलन भी बना रहे।
जब ईशान से पूछा गया कि बॉलीवुड और हॉलीवुड में काम करने का अनुभव कैसा अलग है, तो उन्होंने मजेदार अंदाज में कहा कि यहां का खाना बेहतर है। उन्होंने आगे बताया कि हॉलीवुड में सब कुछ बहुत सुव्यवस्थित होता है। वहां हर चीज का तय समय और तरीका है। जबकि भारत में हम थोड़े बेतरतीब हैं, लेकिन इस पागलपन का भी एक अपना तरीका है। हम जुगाड़ू हैं, जुनूनी हैं, और जरूरत से ज़्यादा काम करते हैं, यही हमारी खासियत है। ईशान ने निकोल किडमैन के साथ अपनी हालिया इंटरनेशनल प्रोजेक्ट ‘द परफेक्ट कपल’ पर भी बात की।
ईशान खट्टर ने कहा कि निकोल किडमैन एक आइकॉन हैं। उनमें एक युवा कलाकार जैसी ईमानदारी है, जो मैंने अपने कई को-एक्टर्स में नहीं देखी। उनके साथ काम करना शानदार अनुभव रहा। वर्क फ्रंट की बात करें तो ईशान खट्टर हाल ही में ‘होमबाउंड’ में नजर आए, जिसमें उनके साथ विशाल जेठवा और जान्हवी कपूर ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं। नीरज घायवान निर्देशित यह फिल्म भारत की तरफ़ से ऑस्कर 2026 के लिए आधिकारिक एंट्री के रूप में चुनी गई है। फिल्म दो दोस्तों शोएब यानी ईशान और चंदन यानी विशाल की कहानी है, जो पुलिस में भर्ती होने का सपना देखते हैं, लेकिन ज़िंदगी उनकी दोस्ती और सपनों की कड़ी परीक्षा लेती है।