
अमिताभ बच्चन (फोटो- सोशल मीडिया)
Amitabh Bachchan Share Habit: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने हाल ही में अपने ब्लॉग में समय, बदलती आदतों और यादों के महत्व पर गहरी बातें साझा की हैं। उन्होंने बताया कि समय के साथ दुनिया, हमारी सोच और जीवनशैली बदलती रहती है और पुराने अनुभव केवल यादें बनकर रह जाते हैं। अपने ब्लॉग में बिग बी ने सबसे पहले अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की कविता की कुछ पंक्तियां शेयर कीं।
बिग बी ने लिखा कि तुमने हमें पूज-पूज कर पत्थर कर डाला, वो जो हम पर जुमले कसते हैं, हमें जिंदा तो समझते हैं। इसके जरिए उन्होंने स्पष्ट किया कि अतीत की यादें और अनुभव जीवन का हिस्सा हैं, लेकिन उन्हें बार-बार सोचने या दुखी होने की आवश्यकता नहीं। अमिताभ ने लिखा कि समय बदलता है, दुनिया बदलती है। नजरिए, आदतें बदलते हैं, संस्कृति बदलती है। लोग बदलते हैं। जो तब थे, अब नहीं हैं और जल्द ही जो ‘अब’ हैं, वे समय के साथ ‘तब’ के संदर्भ में होंगे।
अमिताभ बच्चन के अनुसार, पुराने अनुभवों और यादों को केवल यादों में ही रहने देना चाहिए और उन पर विलाप करने की बजाय उनका सम्मान करना चाहिए। अमिताभ बच्चन ने आगे कहा कि तब के विलाप आज के समय में गूंजते रहते हैं। वे बस एक याद बनकर रह जाएंगे। उन्हें यादों में ही रहने दें। उसका सम्मान करें और उसका आनंद लें, वे ‘तब’ कितने आनंददायक थे।
अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में अपने पिता की एक और कविता की पंक्तियां भी शेयर कीं। पुरानों, पुरानी कहो, नयी सुनो। नयी, नयी कहो, पुरानी सुनो। इसके जरिए अमिताभ बच्चन ने समय के साथ ज्ञान और अनुभव के आदान-प्रदान पर जोर दिया। बच्चन ने बताया कि पुराने अनुभवों और नए विचारों का मेल पीढ़ियों के बीच समझ और संवेदनशीलता को बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि पुराने लोग नए विचारों को सुनें और नए लोग पुराने अनुभवों को समझें, ताकि जीवन और सोच के नए आयाम खुल सकें। इस ब्लॉग के माध्यम से अमिताभ ने यह संदेश दिया कि यादें और अनुभव हमें मजबूत बनाते हैं।






