ओमराज निंबालकर (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारी वापस लेने की मियाद खत्म होने से पहले ही महाराष्ट्र में चुनावी धमाकों की शुरुआत हो गई है। सत्तारूढ़ और विपक्षी दल एक दूसरे के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाकर सभी को आश्चर्यचकित कर रहे हैं।
रविवार को कुछ ऐसा ही दृश्य धाराशिव में देखने को मिला जहां शिवसेना यूबीटी के सांसद ओमराजे निंबालकर ने केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर शिवसेना को तोड़ने का सनसनीखेज आरोप जड़ दिया। निंबालकर का दावा है कि ‘ईडी’ ने एकनाथ शिंदे के करीबी को हिरासत में लेकर शिंदे को बगावत के लिए मजबूर किया।
उस्मानाबाद विधानसभा चुनाव क्षेत्र से शिवसेना यूबीटी व महाविकास आघाडी के उम्मीदवार कैलास घाडगे पाटील के कलंब तालुका अंतर्गत आनेवाले पैतृक गांव देवधानोरा में चुनाव प्रचार का शुभारंभ करने के दौरान सांसद निंबालकर ने राज्य की सत्तारूढ़ महायुति सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
सीएम एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों के गुवाहाटी दौरे को माध्यम बनाकर उन्होंने कहा कि शिवसेना इतनी आसानी से नहीं टूटती। शिंदे पर बीजेपी की ओर से दबाव बनाया जा रहा था। लेकिन जब बात जेल जाने तक पहुंच गई तो विधायक पार्टी छोड़कर शिंदे के साथ चले गए।
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यूबीटी के उम्मीदवार कैलाश पाटिल के चुनाव प्रचार के शुभारंभ के मौके पर उन्होंने कहा कि अजीत पवार का 70 हजार करोड़ का घोटाला साफ हो गया और सातवें दिन अजीत उनके मंत्रिमंडल में शामिल हो गए। बीजेपी एक साजिश है और बीजेपी ने महाराष्ट्र की राजनीति को बर्बाद करने का काम किया है।
इस मौके पर कैलाश पाटिल ने आरोप लगाया कि महायुति सरकार ने किसानों को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि सोयाबीन को समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा। दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए की गई सब्सिडी की घोषणा प्रत्यक्ष में लागू नहीं की गई। पाटिल ने कहा कि विश्वासघात में शामिल नहीं होने के कारण रुके काम और सवाल लेकर जनता के बीच जायेंगे।
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