महायुति (सौजन्य-सोशल मीडिया)
मुंबई: विधानसभा चुनाव की वास्तविक लड़ाई शुरू होने में अब कुछ ही घंटे शेष बचे हैं। सोमवार को उम्मीदवारी से नाम वापस लेने का आखिरी दिन है। इसके बाद मुंबई सहित राज्य की 288 विधानसभा सीटों पर कुल कितने उम्मीदवार शेष बचे हैं? इसकी तस्वीर साफ हो जाएगी।
इससे पहले अपने बागी उम्मीदवारों को मनाने और बगावत को खत्म करने के लिए राज्य के दोनों प्रमुख सियासी गठबंधनों के प्रमुख नेताओं को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है। इस कवायद में मुंबई में विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (मविआ) में बगावत तो लगभग खत्म हो गई है लेकिन सत्तारूढ़ महायुति में माहिम, बोरीवली, अंधेरी-पूर्व सहित मानखुर्द सीट पर गतिरोध रविवार को भी जारी रहा।
महायुति के सियासी दलों की बगावत को खत्म करने के लिए प्रमुख नेता कई दौर की बैठकें कर चुके हैं। रविवार को मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बगावत रोकने पर मंथन किया। लेकिन खासकर माहिम, बोरीवली, अंधेरी-पूर्व और मानखुर्द की लड़ाई महायुति में सब कुछ ठीक नहीं होने के ही संकेत दे रही है।
हालात यह हैं कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार सहित महायुति के दूसरे कई प्रमुख नेता वैसे तो राज्य की 288 सीटों पर मिल कर उम्मीदवारों का प्रचार करेंगे, लेकिन बाकी सीटों पर एक दूसरे के विरोध में बयानबाजी करेंगे।
मसलन महायुति में शामिल अजित की राकां ने मानखुर्द में नवाब मलिक को उम्मीदवार बनाया है। लेकिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित बीजेपी के तमाम नेता नवाब मलिक का विरोध करेंगे। यहां शिंदे की शिवसेना ने भी सुरेश कृष्णराव पाटिल उर्फ बुलेट पाटिल को उम्मीदवार बनाया है और बीजेपी ने बुलेट पाटिल को समर्थन की घोषणा की है।
मानखुर्द की वजह से अणुशक्ति नगर सीट पर भी घमासान मचने की आशंका व्यक्त की जा रही है। अणुशक्ति नगर से नवाब मलिक की बेटी सना मलिक को राकां (अजित पवार) की उम्मीदवारी मिली है। हालांकि बीजेपी ने सना को लेकर कोई विरोध नहीं किया है लेकिन सना ने पिछले दिनों अपने पिता का बचाव करते हुए बीजेपी पर हमला बोला था। इसके बाद ऐसी आशंका जताई जा रही है कि बीजेपी सना की अणुशक्ति नगर सीट पर भी बवाल शुरू कर सकती है।
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माहिम से महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के पुत्र अमित ठाकरे चुनावी राजनीति में कदम रखने जा रहे हैं। तो वहीं बीजेपी नीत महायुति में शामिल मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी ने अपने मौजूदा विधायक सदा सरवणकर को एक बार फिर से उम्मीदवार बनाया है। यहां राज पुत्र अमित को समर्थन के लिए सीएम शिंदे और सरवणकर को मनाने का बीजेपी का प्रयास रविवार को भी जारी रहा।
रविवार को मनसे के नेता व पूर्व विधायक नितिन सरदेसाई से मुलाकात के बाद महायुति के समन्वयक एवं विधायक प्रसाद लाड ने कहा कि महायुति अमित का प्रचार करेगी और सदा को विधान परिषद में भेजा जाएगा। हालांकि, सरवणकर चुनाव लड़ने की जिद पर अडे़ हैं। उन्हें सीएम शिंदे का भी समर्थन प्राप्त है। शनिवार को शिंदे ने कहा था कि राज ने उन्हें विश्वास में लिए बगैर अमित की उम्मीदवारी घोषित की है और वह सदा के साथ हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाली बोरीवली विधानसभा सीट और मुंबई शहर अंतर्गत आनेवाली अंधेरी पूर्व विधानसभा सीट पर लोगों की खास नजर है। बोरीवली में बीजेपी के उम्मीदवार संजय उपाध्याय के खिलाफ पार्टी के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी मैदान में उतर गए हैं। बताया जा रहा है कि उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी नेता विनोद तावडे ने गोपाल शेट्टी को मनाने का प्रयास रविवार को भी किया था।
हालांकि, गोपाल शेट्टी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए। इसी तरह अंधेरी-पूर्व में बीजेपी ने जुगाड़ करके अपने नेता मुरजी पटेल को विधानसभा की उम्मीदवारी दिलवा दी, लेकिन इससे सीएम शिंदे की शिवसेना में महाभारत छिड़ गई है।
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बीजेपी के दबाव में शिवसेना (शिंदे गुट) ने मुरजी को अपना उम्मीदवार तो बना लिया है लेकिन इससे नाराज होकर पार्टी की इच्छुक नेता स्वीकृति शर्मा बगावत पर उतर आई हैं। मुंबई पुलिस के सेवा निवृत्त एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की पत्नी स्वीकृति की उम्मीदवारी से मुरजी को घर में ही चुनौती मिल रही है।