महाराष्ट्र चुनाव से पहले इस किताब ने राजनीतिक गलियारों में मचाई भूचाल, छगन भुजबल लेंगे लीगल एक्शन (प्रतिकात्मक तस्वीर)
नासिक: राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीति जोरों पर चल रही है। चुनाव प्रचार के लिए अब कुछ ही दिन बचे होने से सभी नेता व्यस्त हैं। इसी समय राजनीतिक गलियारों में एक किताब की चर्चा हो रही है। ‘द इलेक्शन दैट सरप्राइज़्ड इंडिया’ किताब ने राजनीतिक गलियारों में भूचाल मचा दीया है।
यह किताब पत्रकार राजदीप सरदेसाई द्वारा लिखी गई है। दरअसल, इस किताब में यह दावा किया गया है कि ईडी की पूछताछ के चलते छगन भुजबल ने बीजेपी के साथ गठबंधन किया था। इस दावे से हर कोई हैरान है। इस मामले पर छगन भुजबल ने तुरंत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना स्टेटमेंट दिया है।
छगन भुजबल ने ‘द इलेक्शन दैट सरप्राइज़्ड इंडिया’ किताब में किए गए सभी दावों को ख़ारिज कर दिया है। यह किताब विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि में प्रकाशित किए जाने का आरोप भी भुजबल द्वारा लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि वह किताब और अखबार में छपी खबर को लेकर कानूनी कार्रवाई करेंगे।
छगन भुजबल ने कहा, ”पहले तो मैंने लोकसत्ता को ऐसा कोई इंटरव्यू नहीं दिया है। दूसरा, हम पर कई दिनों से आरोप लग रहा है कि हम सब ईडी से छुटकारा पाने के लिए बीजेपी के साथ चले गए। तीसरा, महाराष्ट्र सदन मामले में अदालत ने मुझे ‘क्लीन चीट’ दे दी है। यह ‘क्लीन चीट’ तब दी गई थी जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री थे। उस समय मैंने शरद पवार और उद्धव ठाकरे को मिठाई भी दी थी।”
छगन भुजबल ने आगे कहा कि, मुझे जेल जाने का डर, ऐसे जो आरोप मुझ पर किए जा रहे हैं, मैं इनको नकारता हूं। मैं विकास के लिए एक साथ आया हूं। हमारे साथ 54 लोग हैं। उन सभी पर ईडी का केस नहीं था। मेरे संसदीय क्षेत्र में दो हजार करोड़ के काम चल रहे हैं। हमने सरकार में भागीदारी की, इसका विकास में फायदा हुआ है।
चुनावी धूमधाम के बीच ही क्यों छापी गई ये किताब? इसके पीछे इनकी मंशा क्या है, ये जानना हमारे लिए जरूरी है। खैर, लोकतंत्र में उनका अधिकार है। मैंने किताब नहीं पढ़ी है। अब मैं किताब पढ़ूंगा और फिर मेरे वकीलों को भी इसे पढ़ने के लिए दूंगा। अगले आठ दिनों तक मेरा फोकस चुनाव पर रहेगा। इसके बाद मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा।