भाई जगताप (सौजन्य-एक्स)
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में नए मुख्यमंत्री के लिए अभी तक किसी का नाम सामने नहीं आया है। इस बीच विपक्ष के नेता महायुति पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है। विपक्ष के नेता कभी ईवीएम मशीन की गड़बड़ी को लेकर तो कभी मतदान प्रतिशत के आंकड़ों को लेकर महायुति पर आरोप लगा रहे है।
इस दौरान कांग्रेस नेता भाई जगताप ने महाराष्ट्र के नेताओं को मुजरा करने वाला ठहरा दिया। विपक्ष नेता कांग्रेस नेता भाई जगताप ने दिल्ली में महाराष्ट्र के बड़े नेताओं की हो रही बैठक को एक मुजरे का नाम दिया। जगताप ने कहा कि देश भर के नेता कुछ भी नहीं है। सभी दिल्ली में मुजरा करने जाते है और दिल्ली के दो सुल्तान उस पर फैसला लेते है।
दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महायुति नेताओं की बैठक पर कांग्रेस नेता भाई जगताप ने कहा, “यहां (महाराष्ट्र) और देश के सभी नेता कुछ नहीं हैं। वे दिल्ली में ‘मुजरा’ करते हैं और दिल्ली में बैठे दो ‘सुल्तान’ सभी निर्णय लेते हैं। हम 2014 से यह देख रहे हैं। वे यहां बड़े-बड़े भाषण देते हैं, लेकिन वे सभी वहां ‘मुजरा’ करते हैं। निर्णय वहां बैठे दो सुल्तान करेंगे।”
#WATCH | Mumbai: On Mahayuti leaders meeting with Union HM Amit Shah in Delhi, Bhai Jagtap, Congress leader says, "All the leaders of here (Maharashtra) and the country, they are nothing. They do 'Mujra' in Delhi and two 'Sultans' sitting in Delhi take all the decisions. We have… pic.twitter.com/TXx5BaDpFD
— ANI (@ANI) November 29, 2024
महायुति से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के नेता बैठक के नाम पर दिल्ली में मुजरा करने जाते है और कुछ नहीं। उन्होंने कहा कि हम 2014 से देख रहे है लेकिन महाराष्ट्र के नेता यहां भले ही बड़ी-बड़ी बातें करते है लेकिन ये सभी मुजरा करने वाले है और दिल्ली में जाकर मुजरा करते है।
महाराष्ट्र में नए सीएम के लिए लगातार महायुति गठबंधन के नेता लगातार दिल्ली और मुंबई में बैठकें कर रहे है। इस दौरान तीनों दलों के प्रमुख नेता देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने कल दोबारा दिल्ली में बैठक की है। जिस पर कांग्रेस नेता भाई जगताप ने बयान दिया है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से जुड़ी खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुतिगठबंधन ने हाल में हुए विधानसभा चुनावों में 288 सदस्यीय सदन में 230 सीट पर जीत दर्ज की तथा विपक्षी महाविकास अघाड़ी (एमवीए) को 46 सीट पर समेट दिया। भाजपा ने 132 सीट, शिवसेना ने 57 और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने 41 सीट जीतीं।
महाविकास आघाडी में शामिल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने 20 सीट, कांग्रेस ने 16 और शरद पवार की राकांपा (शरदचंद्र पवार) ने 10 सीट पर जीत दर्ज की।