नॉर्थ इस्ट महोत्सव 2024
नई दिल्ली: भारत विविधताओं का देश है। यहाँ हमेशा कुछ न कुछ त्यौहार या महोत्सव मनाए जाते हैं। भारत के अधिकतर लोग उस महोत्सव में जाना पसंद भी करते हैं। ऐसा ही महोत्सव भारत की राजधानी दिल्ली में आज से शुरू हो गया है। आठ राज्यों और 200 से ज़्यादा समुदायों को एक मंच पर लाने वाला नॉर्थ ईस्ट फ़ेस्टिवल अपने 12वें संस्करण के साथ 15 से 17 नवंबर तक के लिए इंडिया गेट पर एमडीसी नेशनल स्टेडियम में वापस आ चुका है।
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यह कार्यक्रम देश भर के आगंतुकों को आकर्षित करता है। यह पूर्वोत्तर के अद्वितीय कलात्मक और पाककला के खजाने को प्रदर्शित करता है। सामाजिक-सांस्कृतिक ट्रस्ट ट्रेंड एमएमएस द्वारा पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास मंत्रालय, दिल्ली पुलिस और विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकारों के सहयोग से आयोजित यह कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम पर्यटन, उद्यमिता और सांस्कृतिक जागरूकता को बढ़ावा देता है। यह समुदायों के बीच घनिष्ठ संबंधों को प्रोत्साहित करता है। साथ ही नई प्रतिभाओं को सामने लाता है और रचनात्मकता को जगह प्रदान करता है।
इस कार्यक्रम के बारे में नॉर्थ ईस्ट फ़ेस्टिवल के मुख्य आयोजक श्यामकानु महंत ने कहा है कि यह उत्सव अपनी मूल अवधारणा से कहीं आगे निकल चुका है। यह कार्यक्रम एक सांस्कृतिक प्रदर्शन के रूप में शुरू किया गया था। वह अब एकता, आपसी प्रशंसा और साझा अनुभवों के लिए एक मंच के रूप में विकसित हो गया है। साथ ही यह दिल्ली में एक प्रमुख पर्यटन उत्सव भी बन गया है।
आप इस महोत्सव में आगंतुक सूक्ष्म, लघु और मध्यम आकार के उद्यमों के स्टॉल देख सकते हैं, जिनमें प्रत्येक क्षेत्र के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाता है। यह महोत्सव कृषि उपज से लेकर पारंपरिक हस्तशिल्प कला तक के स्थानीय कारीगरों से सीधा जुड़ने का मौका देता है। यह आयोजन व्यवसाय और पर्यटन जुड़ाव के लिए एक मंच के रूप में भी काम करता है। पर्यटन व्यवसाय सम्मेलन में दिल्ली और पूर्वोत्तर के हितधारकों के प्रमुख टूर ऑपरेटर शामिल होंगे, ताकि संपर्क स्थापित किया जा सके। साथ ही दीर्घकालिक पर्यटन अवसर स्थापित किए जा सकें।
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विज़िटर को यहां दजुको घाटी और चेरापूंजी जैसे खूबसूरत स्थानों के बारे में जानकारी मिलती है। साथ ही नीरमहल और चराइदेव मैदाम जैसे ऐतिहासिक स्थानों के महत्व के बारे में भी पता चलता है। इसके अलावा हवाई संपर्क में सुधार पर एक अभियान हाल की प्रगति को उजागर करेगा। साथ ही नागालैंड में हॉर्नबिल महोत्सव जैसे आगामी कार्यक्रमों की झलकियाँ भी दिखाने को मिलेगी।
इस त्यौहार की पाक कला की पेशकश प्रामाणिक स्वादों की दावत का वादा करती है। लगभग 60 खाद्य स्टालों के यहां देखने को मिल सकते हैं। इसमें विज़िटर असम चाय और नागालैंड कॉफी के साथ-साथ कई अन्य क्षेत्रीय व्यंजनों का आनंद ले सकते हैं। पूर्वोत्तर कलाकारों द्वारा पारंपरिक और समकालीन कृतियों की एक कला प्रदर्शनी भी यहां देखने को मिलेगी। क्षेत्र की रचनात्मकता का एक रंगीन और आकर्षक प्रदर्शन पेश किया जाएगा। फ़ोटोग्राफ़ी ज़ोन अनुभव को और भी समृद्ध करेगा।