प्रवेश वर्मा, फोटो - नवभारत मीडिया आर्काइव
नई दिल्ली : नई दिल्ली में 27 सालों के बाद भाजपा सरकार आई है। डबल इंजन की सरकार आने के साथ ही दिल्ली वासियों की अपेक्षाएं बढ़ गई हैं। ऐसे में मंत्री और विधायक सभी काम पर लग गए हैं। शुक्रवार को मंत्री प्रवेश वर्मा ने पटपड़गंज इलाके का दौरा किया तो कई खामियां मिलीं। इस पर उन्होंने तत्काल कार्रवाई करते हुए पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर परवेश वर्मा को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने कहा कि 10 साल से अफसर कुर्सी तोड़ रहे हैं, अब काम करना पड़ेगा।
मंत्री प्रवेश वर्मा ने इलाके में जाकर गलियों का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली का सिस्टम पूरी तरह से कोलेप्स हो गया है। सड़कें, नालियां, सीवर सभी का काम पेंडिंग पड़ा है। ऐसा लग रहा है कि दस सालों में काम नहीं हुआ है। मंत्री ने यमुना का पानी भी साफ करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने की बीत भी कही।
मंत्री वर्मा ने इस दौरान मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि 10 सालों में अफसरों पर चर्बी चढ़ गई है। इसे कम करने के लिए उन्हें सड़कों पर दौड़ा रहा हूं। चर्बी कम होगी तो काम भी होगा। ये सब पहले तो नौकरी के लिए परेशान रहते हैं और जब मिलती है तो मुफ्त की तनख्वाह लेना चाहते हैं। निरीक्षण के दौरान गड़बड़ियां मिलने पर मंत्री ने पीडब्ल्यूडी के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रामाशीष सिंह को सस्पेंड कर दिया। अफसरों का तबादला नहीं होगा, वही अफसर काम करेंगे जो पिछली सरकार में थे, लापरवाही की तो खामियाजा भुगतना होगा।
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मंत्री वर्मा ने कहा कि यमुना की सफाई भी हमारी प्राथमिकता में है। इंडस्ट्रियों से आने वाला गंदा पानी भी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में साफ होकर नदी में इसके लिए सारे एसटीपी को खुद जाकर चेक करूंगा। यमुना में गिरने वाला पानी सौ फीसदी साफ होना चाहिए। यूपी और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से भी इस संबंध में बात हुई है।