विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का सिंधु जल संधि पर पाक को जवाब
नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम के बाद भी कोल्ड वॉर चल रही है। भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ जितने भी समझौते थे सभी रद्द कर दिए गए हैं। पाकिस्तान के साथ किसी भी व्यापार को भी रद्द कर दिया गया है। इस बीच विदेश मंत्रालय की ओर से गुरुवार को कहा गया है कि पाकिस्तान की ओर से जब तक सीमा पर आतंकवाद को समर्थन दिया जाता रहेगा तक सिंधु नदी का एक बूंद पानी तक पड़ोसी मुल्क को नहीं दिया जाएगा।
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बृहस्पतिवार को फिर से जोर देकर कहा कि पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि तब तक स्थगित रहेगी जब तक इस्लामाबाद सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं कर देता। सिंधु जल संधि को लेकर भारत का निर्णय पहले की तरह बरकरार है।
रणधीर जायसवाल ने साफ शब्दों में कहा कि भारत और पाकिस्तान के साथ कोई भी द्विपक्षीय वार्ता तभी होगी जब वह अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र पर से कब्जा छोड़ देगा। कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में भारत और पाकिस्तान की मदद को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रुचि पर जायसवाल ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच कोई भी बातचीत द्विपक्षीय होनी चाहिए।
जायसवाल ने कहा कि संवाद और आतंकवाद एक साथ नहीं चल सकते। जहां तक आतकंवाद की बात है तो पाकिस्तान को उन आतंकियों को भारत को सौंपना चाहिए जिनकी सूची कुछ साल पहले पड़ोसी मुल्क को दी गई थी। पाक के साथ जम्मू कश्मीर चर्चा तभी हो सकती है जब सीमा पार आतंकी ट्रेनिंग कैंप चलने बंद हों।
जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि पानी और खून एक साथ नहीं बहेगा। ऐसे में सिंधु जल संधि समझौता को रद्द करने का फैसला किया गया है। यह समझौता तब तक रद्द रहेगा जब तक सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा दिया जाता रहेगा। भारत किसी भी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ है। आतंकवादियों को जो लोग पनाह दे रहे हैं उनके खिलाफ भारत की लड़ाई जारी रहेगी।