बजरंग, विनेश, साक्षी(फोटो सोशल मीडिया)
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता और रेसलर बजरंग पुनिया सहित कई पहलवान भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) में एक स्वतंत्र प्रशासक नियुक्त करने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने अदालत से गुजारिश की है कि स्वतंत्र प्रशासक कुश्ती के चयन और ट्रायल की देखरेख करें। इस मामले की सुनवाई 12 दिसंबर को होगी, और न्यायमूर्ति प्रतीक जालान ने सभी प्रतिवादियों को नोटिस जारी किया है।
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अगस्त में, अदालत ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) को WFI के मामलों की देखरेख के लिए एक तदर्थ समिति बनाने का आदेश दिया था। यह आदेश खेल मंत्रालय द्वारा WFI की नई कार्यकारी समिति को निलंबित करने के बाद आया था। इस निलंबन के कारण WFI का संचालन, चयन और ट्रायल की देखरेख अब IOA की तदर्थ समिति के अंतर्गत है। पहलवानों की नई याचिका में मांग की गई है कि IOA की तदर्थ समिति को WFI का प्रबंधन संभालने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए जाएं।
याचिकाकर्ताओं ने यह भी सुझाव दिया है कि यदि संभव हो, तो WFI के संचालन की देखरेख के लिए किसी सेवानिवृत्त जज को प्रशासक के रूप में नियुक्त किया जाए। इसके अलावा, वे चाहते हैं कि अदालत भारत सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए एक सप्ताह के भीतर नए चयन ट्रायल आयोजित करने का आदेश दे। साथ ही, अदालत से यह भी आग्रह किया गया है कि WFI या उससे जुड़े कोई भी व्यक्ति ऐसे ट्रायल न करें जो अदालत के पूर्व आदेशों का उल्लंघन कर सकते हैं।
दिल्ली हाईकोर्ट ने अगस्त में IOA की तदर्थ समिति को WFI का प्रबंधन करने का निर्देश दिया था। प्रसिद्ध पहलवान बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और सत्यव्रत कादियान ने मिलकर यह याचिका दायर की है।
गौरतलब है कि कुश्ती संघ की यह लड़ाई पिछले 1 साल से अधिक समय से चल रही है। वर्तमान में कुश्ती संघ के अध्यक्ष भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह हैं। पहलवानों की इस याचिका को संजय सिंह के खिलाफ मानी जा रही है।