प्रवेश वर्मा, फोटो - सोशल मीडिया
नई दिल्ली : भारत पाकिस्तान के इस युद्ध जैसी स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार एक्टिव मोड में है। गुरुवार की रात दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने ततकाल प्रभाव से सभी सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दी।
इस बीच अब दिल्ली सरकार के अधीन नागरिक सुरक्षा निदेशालय ने शुक्रवार को आईटीओ स्थित पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में एयर रेड सायरन का परीक्षण किया है। एयर रेड सायरन के परीक्षण के दौरान दिल्ली के मंत्री प्रवेश वर्मा भी मौके पर मौजूद थे।
रिपोर्टरों से बात करते हुए प्रवेश वर्मा ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र सरकार की तैयारियों पर जोर देते हुए कहा कि 1-2 दिनों में दिल्ली की ऊंची इमारतों पर इसी तरह के 40-50 सायरन लगाए जाएंगे, साथ ही उन्होंने बताया कि इन सायरन की रेंज 8 किलोमीटर तक की है।
दिल्ली के मंत्री प्रवेश वर्मा ने आगे बताया कि इन सायरन का नियंत्रण राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के अधीन है और इसे एक ही कमांड सेंटर द्वारा नियंत्रित किया जाएगा। प्रवेश वर्मा ने कहा कि दिल्ली में सायरन लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। दिल्ली की सभी ऊंची इमारतों पर सायरन लगाए जाएंगे।
आज रात से ही दिल्ली की ऊंची इमारतों में 40-50 और सायरन लगाने का काम शुरू कर दिया जाएगा और किसी भी आपात स्थिति में इसे चलाया जाएगा। ध्यान देने वाली बात यह है कि इसे एक ही कमांड सेंटर से चलाया जा सकता है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि अगर आपात स्थिति होती है तो ये सायरन करीब 5 मिनट तक बजेगा। इसका नियंत्रण राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन के पास रहेगा। 40-50 ऐसे ही सायरन लगाने का काम 1-2 दिन में पूरा हो जाएगा। प्रवेश वर्मा आगे कहते हैं कि दिल्ली सरकार केंद्र के किसी भी आदेश के लिए तैयार है। हमारे सभी बल तैयार हैं।
इससे पहले, सेंट्रल दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट ने एक बयान में कहा था कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली सरकार के तहत नागरिक सुरक्षा निदेशालय आईटीओ स्थित पीडब्ल्यूडी मुख्यालय में हवाई हमले के सायरन का परीक्षण करेगा। ये अभ्यास नियमित तैयारी उपायों के हिस्से के रूप में आयोजित किए जा रहे हैं। जिला मजिस्ट्रेट (मध्य) जी सुधाकर ने लोगों से शांत रहने और सायरन सुनने पर घबराने की अपील की है।
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अधिकारियों ने यह भी अनुरोध किया है कि निवासियों को सूचित करने और भ्रम को रोकने के लिए सोशल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया प्लैटफार्मों के माध्यम से पर्याप्त प्रचार किया जाए। जिला प्रशासन ने उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्रियों, मुख्य सचिव और दिल्ली के पुलिस आयुक्त सहित विभागों के प्रमुख अधिकारियों को अभ्यास के बारे में सूचित किया है।
इतना ही नहीं परीक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए सूचना और प्रचार निदेशालय के साथ समन्वय भी स्थापित किया गया है। इस तरह के अभ्यास नागरिक सुरक्षा एजेंसियों द्वारा आपात स्थिति के लिए तैयारियों को सुनिश्चित करने और महत्वपूर्ण चेतावनी प्रणालियों के कामकाज की जांच करने के लिए आयोजित आवधिक अभ्यास का हिस्सा हैं।