प्रतीकात्मक तस्वीर- राष्ट्र विरोधी पोस्ट करने पर युवक गिरफ्तार
बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में बड़े पैमाने पर फर्जी दस्तावेज बनाने का ‘खेल’ चल रहा था। फर्जीवाड़ा करने वाले इस रैकेट का पुलिस ने भंडाफोड़ कर दिया है। यहां एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो फर्जी जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, अंकपत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड और स्टांप पेपर आदि बना रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर सरगना समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आरोपियों से गिरोह में शामिल अन्य लोगों के बारे में पूछताछ कर रही है।
पुलिस और एसओजी की टीम ने संयुक्त रूप कार्रवाई करते हुए गिरोह के सरगना औ उसके एक सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तर) मुकेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि सूत्रों से जानकारी मिली कि दोहरिया पचदौरा गांव के रहने वाले मोहम्मद फहीम उर्फ गुड्डू और जिया-उल-मुस्तफा, अजहरी जन सेवा केंद्र नाम से एक आधार और जनसेवा केंद्र चला रहे थे।
फर्जी जनसेवा केंद्र का इस्तेमाल लोगों के फर्जी दस्तावेज बना कर रुपये ऐंठने के लिए किया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक सूचना के आधार पर शुक्रवार को पुलिस की संयुक्त टीमों ने छापेमारी की। दोनों आरोपियों को कंप्यूटर और कई उपकरणों का प्रयोग कर जाली दस्तावेज तैयार करते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। पुलिस ने भारी मात्रा में जालसाजी में इस्तेमाल किए गए हार्डवेयर बरामद किए हैं। इसमें लैपटॉप, मुद्रक, स्कैनर, फिंगरप्रिंट मशीन, आधार कार्ड, मुद्रक सामग्री और मोबाइल फोन शामिल हैं।
मां की हत्यारी बेटी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, एक साल से चल रही थी फरार
अपर पुलिस अधीक्षक मिश्रा ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से कई जाली दस्तावेज भी जब्त किए गए जिसमें फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, जाति और आय प्रमाण पत्र, उत्तर प्रदेश एवं बिहार बोर्ड के अंकपत्र, उप्र, दिल्ली व झारखंड के जन्म और निवास प्रमाण पत्र और कई फर्जी स्टांप पेपर शामिल हैं। छापेमारी के दौरान बरामद साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) और आधार अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है और मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।