मध्य प्रदेश हाईकोर्ट (सौ. डिजाइन फोटो )
आज यानी सोमवार को नीट यूजी रिजल्ट मामले में आज मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में सुनवाई होने वाली है। इससे पहले 22 मई को हुई सुनवाई में एनटीए की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता वर्चुअल इस सुनवाई में उपस्थित हुए थे। जिसमें उन्होंने कहा था कि इंदौर से जुड़े 24 सेंटरों के असर से प्रभावित स्टूडेंट्स के लिए एक कमेटी गठित करने के लिए कहा था।
इसमें कहा जा रहा है कि इसके लिए गठित की गई कमेटी प्रभावित छात्रों की परेशानी सुने और संबंधित छात्रों की रीएग्जाम या अन्य ऑप्शन को लेकर कोई फैसला लें। इसको लेकर आज सुनवाई होने वाली है। इससे प्रभावित स्टूडेंट्स को इस बात का इंतजार है कि उन्हें कमेटी रीएग्जाम का मौका देती है या फिर कोई और ऑप्शन सामने रखती हैं।
अपीलकर्ताओं के वकील मृदुल भटनागर ने ये जानकारी दी है कि नीट यूजी मामले में इंदौर- उज्जैन की तकरीबन 60 याचिकाएं हो गई हैं। इंदौर में 2 घंटे तक बिजली की सप्लाई बंद थी। जबकि उज्जैन में 40 से 45 मिनट तक बिजली सेवाएं बाधित रही थी। हमने हाई कोर्ट से ये मांग की है कि इन सेंटर में से जो बच्चे परीक्षा नहीं दे पाएं, उन्हें दोबारा मौका मिलना चाहिए। जिसके चलते स्टूडेंट्स को सही मौका मिले और वे अपनी क्षमता का परिचय दे सकें।
जिसके जवाब में एनटीए के वकील मेहता ने कहा था कि हमने बहुत ही अच्छे और शांतिपूर्ण ढंग से एग्जाम का आयोजन किया है। इस पर सवाल उठाते हुए याचिकाकर्ताओं के वकील भटनागर ने कहा था कि ये एग्जाम नॉर्मल एग्जाम नहीं है, इसमें अनकट पावर सप्लाई देना थी, लेकिन ये ऐसा करने में फेल रहें।
इसके पहले पिछली सुनवाई 16 मई को एनटीए ने हाईकोर्ट में जवाब पेश किया था। हाईकोर्ट ने 15 मई को नीट यूजी के रिजल्ट पर रोक लगा थी। इस मामले में 24 से ज्यादा सेंटरों से जुड़े छात्रों पर इसका असर हुआ हैं, इनकी डिमांड हैं कि रीएग्जाम करवायी जाए। उज्जैन में भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई थी। वहां के भी 5 से ज्यादा छात्रों हैं। सभी छात्रों ने काफी मेहनत की हैं। इनमें से कई ने 3-4 अटेंप्ट वाले हैं।