प्रवर्तन निदेशालय, फोटो - मीडिया आर्काइव
नवभारत डेस्क: प्रवर्तन निदेशालय (ED) देश में भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों पर लगाम लगाने के लिए हरदम सक्रिय रहता है। चाहे बड़ी छापेमारी करनी हो या हाई-प्रोफाइल मामलों की जांच करनी हो, ED अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाता है। यही वजह है कि यह संगठन अक्सर सुर्खियों में रहता है।
ED, जिसे प्रवर्तन निदेशालय के नाम से जाना जाता है, भारत की एक महत्वपूर्ण एजेंसी है। इसका काम मुख्य रूप से मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी मुद्रा से जुड़े मामलों की जांच करना है। ED का मकसद भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों को रोकना और इसमें शामिल अपराधियों को सजा दिलाना है। अगर आप देश के लिए काम करने और इस सम्मानजनक संगठन का हिस्सा बनने का सपना देखते हैं, तो ED में ऑफिसर बनना आपके लिए एक शानदार करियर विकल्प हो सकता है।
ED में ऑफिसर बनने के लिए कर्मचारी चयन आयोग (SSC) द्वारा आयोजित कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (CGL) परीक्षा पास करनी होती है। इस परीक्षा में चार चरण होते हैं:
चारों चरणों में बेहतर प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवारों का नाम फाइनल मेरिट लिस्ट में शामिल किया जाता है। इसके बाद, उनको उनकी रैंक और पद के अनुसार ED में नियुक्त किया जाता है।
ED ऑफिसर की सैलरी 7वें वेतन आयोग के आधार पर दी जाती है।
करियर की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें!
ED में नौकरी न केवल सम्मानजनक है, बल्कि आपको देश के लिए काम करने का गर्व भी देती है। इस प्रतिष्ठित पद के साथ अच्छी सैलरी और सुविधाएं भी मिलती हैं। अगर आपका सपना देश से भ्रष्टाचार मिटाने में योगदान देना है, तो ED में ऑफिसर बनने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दें और अपने लक्ष्य को हासिल करें।