फिजिक्स ने निकाला छात्रों का पसीना। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा ली जा रही 12वीं बोर्ड की परीक्षा के दौरान सोमवार को भौतिकशास्त्र (फिजिक्स) विषय का पर्चा लिया गया। इस बार पर्चे में वैकल्पिक प्रश्न अधिक होने से छात्रों में कन्फ्यूजन अधिक रहा, जबकि सेकंड हॉफ चैप्टर के बाद अधिक प्रश्न होने से कई छात्रों को निराश भी होना पड़ा।
कुछ छात्रों के लिए पर्चा आसान रहा, जबकि कई छात्रों को परेशान किया। 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान अब तक मुख्य विषयों के अंग्रेजी के बाद फिजिक्स का पर्चा हुआ है। साइंस के छात्रों के लिए फिजिक्स जितना स्कोरिंग होता है, उतना ही टफ भी होता है। परीक्षा केंद्र से बाहर निकले छात्रों ने बताया कि कुछ प्रश्नों के उत्तर संभ्रम में डालने वाले थे।
इस वजह से ज्यादा सोचने में वक्त निकल गया। वहीं कुछ प्रश्न आसान थे। पहले आसान प्रश्नों को हल किया। न्यूमेरिकल अधिक होने की वजह से हल करने में ज्यादा वक्त निकल गया। सेकंड हॉफ चैप्टर के बाद अधिक प्रश्न पूछे गए थे। अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न कम थे। नीट और जेईई की तैयारी करने वाले छात्रों ने बताया कि ज्यादा टफ नहीं था। रिजल्ट को अच्छा बनाने के लिए फिजिक्स के अंक मददगार साबित होंगे। 70 अंकों के पर्चे में अधिकांश छात्रों ने 60 अंक तक मिलने की उम्मीद व्यक्त की।
सीबीएसई 12वीं बोर्ड के छात्रों की परीक्षा फिजिकल एजुकेशन के पर्चे से शुरू हुई। छात्रों ने बताया कि पर्चा आसान था, लेकिन थ्योरी बेस्ड होने से अधिक लिखना पड़ा। कई छात्रों की लिखने की प्रैक्टिस कम हो गई है। उनके लिए 3 घंटे का समय भी कम पड़ा। वैसे भी फिजिकल एजुकेशन में लिखना अधिक ही पड़ता है। इस विषय में छात्रों को अच्छे अंक मिलते हैं। यह विषय स्कोर करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
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स्टेट बोर्ड के केंद्र ज्यादा दूरी पर नहीं हैं, लेकिन सीबीएसई के केंद्र दूर होने से पालकों को मेहनत करनी पड़ रही है। वर्ष भर स्कूल बस उपलब्ध रहती है, लेकिन परीक्षा के वक्त पालकों को ही अपने बच्चों को केंद्र छोड़ने जाना पड़ता है। केंद्र दूर होने से अनेक पालक परीक्षा होने तक आस-पास रुके रहते हैं। गर्मी बढ़ने से पालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सोमवार को भौतिकशास्त्र विषय के पेपर में नकल के कुल 5 मामले सामने आए। चंद्रपुर व गड़चिरोली जिले में विद्यार्थियों को नकल करते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया। अब तक कुल 7 नकल के मामले सामने आ चुके हैं। चंद्रपुर जिले के एक केंद्र में उड़न दस्ते ने 4 छात्रों को नकल करते हुए पकड़ा। सिंदेवाही तहसील के नवरगांव स्थित ज्ञानेश कनिष्ठ महाविद्यालय में कार्रवाई की गई।
जिप शिक्षाधिकारी के नेतृत्व वाले उड़न दस्ते ने निरीक्षण के दौरान छात्रों को नकल करते हुए पाया। वहीं दूसरी ओर गड़चिरोली जिले के एटापल्ली में जिप शाला में एक छात्र के पास से नकल मिली। इस संबंध में विभागीय अध्यक्ष चिंतामण वंजारी ने बताया कि नकल के मामले बढ़ने पर संबंधित केंद्रों की मान्यता रद्द करने संबंधी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल छात्रों की सुविधा को ध्यान में रखकर केंद्र को बरकरार रखा गया है।