स्विगी (सौजन्य : सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने गुरूवार को एक अनूठी पहल शुरू करने का फैसला लिया है। स्विगी ने खाने की बर्बादी को रोकने के लिए और भूख की समस्या को हल करने के लिए ‘स्विगी सर्व्स’ नाम की पहल की शुरूआत की है। इस प्रोग्राम के अंतर्गत, स्विगी अपने रेस्टोरेंट पार्टनर से बचा खाना लेगी और उसे भूखे और जरूरतमंद लोगों में बांटेगी। स्विगी ने इस पहल के लिए वॉलेंटियर्स द्वारा संचालित रॉबिन हुड आर्मी के साथ पार्टनरशिप की है।
रॉबिन हुड आर्मी एक वॉलेंटियर्स के द्वारा संचालित एक ऑर्गनाइजेशन है। इससे हजारों यूथ प्रोफेशनल्स, रिटारर्ड लोगों, हाउसवाइफ्स और कॉलेज स्टूडेंट्स है। स्विगी फूड मार्केटप्लेस के सीईओ रोहित कपूर ने स्विगी सर्व्स की जानकारी देते हुए कहा है कि फिलहाल स्विगी सर्व्स प्रोजेक्ट 33 शहरों में चल रही है। हम इस पहल को देश के ज्यादा से ज्यादा शहरों में लाने की प्लानिंग कर रही हैं। इस पहल का एक ही लक्ष्य है कि किसी भी प्रकार से खाना बर्बाद ना हो।
यूनाइटेड नेशन के अनुसार, भारत में लगभग 19.5 प्रतिशत लोग कुपोषण का शिकार है। ये पूरी दुनिया की कुपोषित आबादी का 1/4 हिस्सा है। साल 2024 में भारत का ग्लोबल हंगर इंडेक्स यानी जीएचआई स्कोर 27.3 प्रतिशत था। जिसके चलते भूख को एक गंभीर समस्या बताया गया था। इसके अलावा, साल 2024 में ग्लोबल हंगर इंडेक्स की लिस्ट में भारत 127 देशों में से 105वें स्थान पर था। यूएन के अनुसार, भारत में हर साल प्रति व्यक्ति 55 किलोग्राम खाना बर्बाद होता है।
इसी कारण स्विगी सर्व्स को काफी अहम पहल माना जा सकता है। चारकोल ईट्स, दाना चोगा, वर्धास, बिक्गाने बिरयानी, बिरयानी बाय द किलो, बिरयानी एंड बियॉन्ड, डब्बा गरम, हाउस ऑफ बिरयानी, बी.टेक मोमोज वाला, समोसा सिंह, बाबई टिफिन्स, डोसा अन्ना और अर्बन तंदूर जैसे ब्रांड्स ने स्विगी सर्व्स और आरएचए पहल की हिस्सा बनने के लिए साइन किए हैं।
भारत में क्विक कॉमर्स का बाजार तेजी से बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी का इंस्टामार्ट इस सेगमेंट की टॉप कंपनियों में शामिल है। हालांकि ये सुविधा अभी भी स्विगी के मेन ऐप में ही देखने को मिलता है, लेकिन बताया जा रहा है कि जल्द ही स्विगी इंस्टामार्ट के लिए अलग से ऐप लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी ने इसकी पूरी तैयारी कर ली हैं।