10 टुकडों में बंटने जा रहा है कामधेनु का स्टॉक
नई दिल्ली: एक स्मॉलकैप कंपनी ने अपने शेयरों के 10 टुकड़े करने का फैसला किया है। इसका मतलब है ये है कि अब जिनके पास 1 शेयर है उसके अकाउंट में 10 शेयर दिखने लगेंगे। हालांकि, इससे उनके पास मौजूद अमाउंट पर कोई असर नहीं होगा। स्पिलट स्टॉक से शेयरों की कीमत पर जरूर प्रभाव पड़ता है लेकिन शेयरों की संख्या बढ़ जाने के कारण शेयरों की कीमत घटने पर भी निवेशकों पर इसका असर नहीं होता है।
जैसे की किसी शेयर की कीमत 400 रुपये का है। अगर उसे 10:1 के अनुपात में स्प्लिट किया जाएगा तो एक शेयर की कीमत 40 रुपये हो जाएगी लेकिन निवेशक का निवेश तब भी 400 ही रहेगा बस शेयरों की संख्या 1 की 10 हो जाएगी। कंपनियां स्टॉक स्प्लिट आमतौर पर इसलिए करती हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनके शेयरों की मार्केट वैल्यू ज्यादा हो गई है और इस वजह से निवेशक कम आ रहे हैं। वह अधिक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए इस तरीके से शेयरों की कीमत घटा देती हैं।
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कामधेनु लिमिटेड के शेयरों ने शॉर्ट टर्म में निवेशकों को भारी नुकसान पहुंचाया है। हालांकि, 5 साल के अंतराल में यह शेयर करीब 500 फीसदी की बढ़ोतरी की है। साल 2019 में 13 दिसंबर को इस शेयर की कीमत एनएसई पर 87.50 रुपये थी लेकिन अब यही शेयर 498.80 रुपये का बिक रहा है। यह 470 फीसदी से अधिक की ग्रोथ है। लेकिन पिछले 6 महीने में यह 9.19 फीसदी और 1 हफ्ते में 5 फीसदी गिरा है। एक साल का शेयर का रिटर्न 80 फीसदी है।
बता दें कि स्टॉक स्प्लिट का लाभ लेने के लिए नए निवेशकों को इस शेयर में 7 जनवरी से पहले इंवेस्ट करना होगा। कंपनी ने 8 तारीख को रिकॉर्ड डेट फिक्स की है। आमतौर पर रिकॉर्ड डेट से एक दिन पहले एक्स डेट होती है। एक्स डेट से पहले शेयर खरीदने वाले को ही डिविडेंड, स्टॉक स्प्लिट या बोनस शेयर का फायदा मिलता है। हालांकि, अब एक्स डेट और रिकॉर्ड डेट एक दिन भी रखी जाती हैं। लेकिन आप अगर स्टॉक स्प्लिट का हिस्सा बनना चाह रहे हैं तो सुरक्षित रहने के लिए रिकॉर्ड डेट से 2 दिन पहले शेयर खरीद लें।