शेयर मार्केट मुहूर्त ट्रेडिंग, (कॉन्सेप्ट फोटो)
Share Market Muhurat Trading 2025: भारत में दिवाली सिर्फ रोशनी और समृद्धि का त्योहार नहीं है, बल्कि यह देश के वित्तीय बाजारों के लिए एक प्रतीकात्मक नई शुरुआत का भी प्रतीक है। देश के निवेशक और व्यापारी इस अवसर को एक शुभ शुरुआत मानते हैं, जिसे ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ कहा जाता है। यह एक विशेष एक घंटे का ट्रेडिंग सत्र होता है जो नए हिंदू वित्तीय वर्ष, संवत् 2082 की शुरुआत का प्रतीक है।
इस वर्ष, मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र मंगलवार, 21 अक्टूबर 2025 को आयोजित किया जाएगा। यह सत्र पारंपरिक शाम के समय से हटकर आयोजित किया जा रहा है, जो दशकों में पहली बार एक महत्वपूर्ण बदलाव है।
ट्रेडिंग नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE), बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE), और मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) सहित सभी प्रमुख एक्सचेंजों पर खुली रहेगी, जिसमें इक्विटी, फ्यूचर्स और ऑप्शंस (F&O), कमोडिटी डेरिवेटिव्स और करेंसी डेरिवेटिव्स जैसे सभी सेगमेंट शामिल होंगे। एक्सचेंज ने स्पष्ट किया है कि मुहूर्त सत्र के दौरान किए गए सभी ट्रेडों पर सामान्य सेटलमेंट नियम लागू होंगे।
‘मुहूर्त’ संस्कृत का शब्द है, जिसका अर्थ ‘शुभ समय’ होता है। यह परंपरा सदियों पुरानी है और भारतीय वित्तीय बाजारों की विशेषता है, जो संस्कृति और आधुनिक वित्त का मिश्रण है। इस अवसर पर व्यापारी और निवेशक आने वाले वर्ष में समृद्धि की कामना के साथ प्रतीकात्मक पहला ट्रेड करते हैं। इसकी शुरुआत औपचारिक रूप से 1957 में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में हुई थी, जिसे 1992 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने भी अपनाया।
पारंपरिक रूप से, गुजराती, मारवाड़ी और जैन समुदायों के लोग ‘चोपड़ा पूजन’ करते हैं, जिसमें वे अपने बही-खातों या खातों की पुस्तकों की पूजा करते हैं। यह सत्र आमतौर पर लक्ष्मी पूजन के साथ मेल खाता है, जब व्यापारी धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं।
ऐतिहासिक रूप से, मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान बाजार में सकारात्मक ऊर्जा और तेजी का माहौल रहता है। पिछले एक दशक में, निफ्टी 50 मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन 80% समय उच्च स्तर पर बंद हुआ है, जिसका औसत लाभ 0.5% रहा है। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक 90% समय बढ़े हैं, जिसका औसत लाभ क्रमशः 0.7% और 1% रहा है।
हालांकि, निवेशकों के लिए यह समझना महत्वपूर्ण है कि मुहूर्त ट्रेडिंग मुख्य रूप से भावनात्मक और प्रतीकात्मक है, न कि त्वरित मुनाफा कमाने का अवसर। एक अध्ययन से पता चलता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग का मुख्य रूप से सांस्कृतिक और प्रतीकात्मक मूल्य है और औसत रिटर्न पर इसका वित्तीय प्रभाव न्यूनतम होता है। डेटा विश्लेषण से पता चलता है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दिन औसत रिटर्न सामान्य दिनों से सांख्यिकीय रूप से महत्वपूर्ण रूप से भिन्न नहीं होते हैं। हालांकि, इस दौरान अस्थिरता (Volatility) काफी अधिक हो सकती है।
इसके बारे में दिलचस्प बात यह है कि इंट्राडे विश्लेषण में, पिछले 10 में से 9 वर्षों में, निफ्टी स्पॉट सूचकांक वास्तव में एक घंटे की विंडो के दौरान नकारात्मक बंद हुआ है।
मुहूर्त ट्रेडिंग एक नई शुरुआत करने का अवसर है। अनुभवी निवेशक इसका उपयोग अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा और पुनर्संतुलन (rebalance) के लिए कर सकते हैं।
निवेशकों के लिए (Investors): दीर्घकालिक लक्ष्यों के साथ निवेश करें। यह भावनात्मक मूल्य के लिए किया जाना चाहिए।
व्यापारियों के लिए (Traders): बाजार में तरलता (Liquidity) कम रहती है क्योंकि अधिकांश प्रमुख संस्थान इस दिन व्यापार नहीं करते हैं। इसलिए, छोटी स्थिति का आकार (position size) रखें और अत्यधिक उत्तेजना में अधिक व्यापार (overtrading) से बचें।
गोल्ड में निवेश: पिछले एक दशक में, गोल्ड (GoldBees ETF) ने निफ्टी की तुलना में उच्च आईआरआर (लगभग 19%) दिखाया है, हालांकि इसका अधिकांश प्रदर्शन हाल के वर्षों में आया है।
ब्रोकरेज की शीर्ष पसंद (संवत् 2082 के लिए)
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स (Geojit Investments) ने संवत् 2082 के लिए अपने शीर्ष 12 स्टॉक की सूची जारी की है, जो भारत की घरेलू विकास कहानी पर केंद्रित हैं, जिसमें बैंकिंग, आईटी, एफएमसीजी, इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट जैसे प्रमुख क्षेत्रों को शामिल किया गया है।
जियोजित के मुख्य स्टॉक पिक्स: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), इंफोसिस (Infosys), हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL), मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki), एक्सिस बैंक (Axis Bank), अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement), टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स (Tata Consumer Products), हीरो मोटोकॉर्प (Hero MotoCorp), सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy), ब्रिगेड एंटरप्राइजेज (Brigade Enterprises), कैन फिन होम्स (Can Fin Homes) और एचजी इंफ्रा इंजीनियरिंग (HG Infra Engineering)।
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विशेषज्ञों के अनुसार, पीएसयू बैंक और मेटल स्टॉक में मुहूर्त के बाद मजबूत गति देखने की संभावना है। वहीं, फार्मा और रियल्टी स्टॉक ऐतिहासिक रूप से पोस्ट-मुहूर्त सप्ताह में कमजोर प्रदर्शन करते हैं। इसलिए इस दिवाली, जब आप अपना ट्रेडिंग ऐप खोलें, तो इसे सावधानी और भविष्य की संभावनाओं के मद्देनजर कुछ बातों पर ध्यान रखकर निवेश करें। ध्यान रहे यह दिवाली है, एक्सपायरी डे नहीं। शुभ शुरुआत करें और अपने वित्तीय लक्ष्यों को नए सिरे से परिभाषित करें।