महानगरों में किराया (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : अक्सर बड़ी और मल्टी नेशनल कंपनियों में नौकरी करने वाले लोगों को अपने घर से दूर मेट्रो सिटीज में रहना पड़ता है। ऐसे में वहां रहने वालों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट काफी वायरल हो रही है। इस वायरल पोस्ट के अनुसार पता चल रहा है कि बेंगलुरू में किराए का घर लेना सबसे मुश्किल हो गया है, जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बेंगलुरू जैसी मेट्रोसिटी में अब रहना काफी मुश्किल हो गया है क्योंकि यहां घरों की कीमतें लगातार तेजी से बढ़ती जा रही है। एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ग्रेपवाइन पर वायरल पोस्ट में ये बताया गया है कि हर दिन घरों का किराया में इजाफे पर लोगों का गुस्सा फूट रहा है। लोगों का कहना है कि इसका सीधा असर उनकी जेब पर हो रहा है।
इस वायरल पोस्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि सैलरी की तुलना में किराया तेजी से बढ़ रहा है। इसमें ये भी कहा गया है कि शहर के टॉप एरिया ऐसे बैं, जहां 3 बीएचके फ्लैट के लिए 90000 तक किराए की डिमांड की जा रही है। साथ ही सरजापुर रोड/बेलंदूर में भी टेक पार्क के पास किराया 70000 से कम नहीं है। यूजर ने इस पोस्ट में लिखा है कि मुझे पता है कि ये ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला है क्योंकि जितनी तेजी से किराया बढ़ रहा है उतनी ही तेजी सैलरी नहीं बढ़ रही है। ये हाल सिर्फ बेंगलुरू का नहीं है। यूजर ने इस पोस्ट में ये जानकारी दी है कि दिल्ली-एनसीआर में मैनें अपने कुछ फ्रेंड्स से बात की। गुरूग्राम और दिल्ली का भी यही हाल है। और मुंबई? इस शहर के बारे में बात ना ही करें तो बेहतर है।
बिजनेस की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
इस पोस्ट पर रिएक्ट करते हुए एक यूजर ने कमेंट करके लिखा है कि मेरी सीटीसी मेरे एनुअल रेंट के बराबर ही है। पिछले साल मुझे 8 प्रतिशत की सैलरी हाइक मिली थी, जबकि किराया 10 प्रतिशत तक बढ़ा है। मेरी सेविंग्स का माध्यम बस यही है कि परिवार में 2 लोग कमाने वाले हैं। एक दूसरे यूजर ने लिखा है कि, ये सच में दिल दुखाने वाली बात है कि एक व्यक्ति की पूरी कमाई किराए में ही चली जा रही है। जिसके कारण ऐसा लगता है कि आप अपने घर के मालिक को किराया देने के लिए ही कमा रहे हैं।