रिटेल महंगाई (सौ. सोशल मीडिया )
नई दिल्ली : महंगाई के मोर्चे पर देश के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी आयी है। वित्त मंत्रालय ने महंगाई को लेकर जानकारी देते हुए बताया है कि देश में महंगाई 6 साल के सबसे निचले लेवल पर आ गई है। वित्त मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में रिटेल इंफ्लेशन वित्त वर्ष 2025-26 में पिछले 6 सालों से सबसे निचले स्तर पर आकर 3.34 प्रतिशत तक रह गई है। मंत्रालय ने इसके पीछे की वजह आरबीआई की मॉनिटरी पॉलिसी और सरकार की ओर से फूड की डिमांड को पूरा करते रहने को बताया है।
वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि महंगाई दर साल वित्त वर्ष 2018 से 19 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर है। भारत ने ना सिर्फ व्यापक इकोनॉमिक स्टेबिलिटी को मजबूत किया है, बल्कि सस्टेनेबल डेवलप्मेंट को बनाए रखा है, जिसके कारण महंगाई पर काबू पाया जा सकता है। इसके साथ ही खाने की कीमतों में गिरावट और हाई बेस इफेक्ट के कारण सीपीआई बेस्ड रिटेल इंफ्लेशन मार्च के महीने में घटकर 3.34 प्रतिशत तक रह गई है।
बिजनेस की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक यानी सीपीआई पर आधारित मुद्रास्फीति फरवरी के महीने में 3.61 प्रतिशत पर और पिछले साल मार्च के महीने में 4.85 प्रतिशत पर रह रही थी। हालांकि फरवरी के महीने में मुद्रास्फीति दर 3.75 प्रतिशत और साल 2024 के मार्च के महीने में 8.52 प्रतिशत थी। आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने इस बुधवार को मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के फैसलों का ऐलान करते हुए कहा था कि इंफ्लेशन में गिरावट का रुख रहा है, जिसे खाने के पदार्थों की कीमतों में कमी के कारण समर्थन हासिल हुआ है। उन्होंने कहा है कि वित्त वर्ष 2026-27 में इंफ्लेशन में और भी ज्यादा कमी आने की उम्मीद की जा रही है।
(अपडेट जारी है)